दुर्ग। शासकीय डॉ. वा.वा. पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दुर्ग द्वारा सितंबर माह को पोषण माह के रूप में मनाया गया। वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सभी प्रतियोगितायें डिजिटल ऑनलाइन रखी गई। राष्ट्रीय पोषण माह 2020 मुख्य रूप से ‘‘गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान’’ एवं ‘‘पोषण के लिये पौधे’’ अभियान पर केंद्रित रखा गया है। गृहविज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ अमिता सहगल ने बताया कि महाविद्यालय के गृहविज्ञान विभाग द्वारा इन विषयों को केन्द्र में रखकर – गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान पर पोस्टर प्रतियोगिता रखी गई। वहीं पोषण के लिए पौधे विषय पर अपने घर पर पोषक तत्व से भरपूर सब्जी या फल का पौधा लगाते हुए उसे वीडियो के माध्यम से संप्रेषित किया जाना था।
अंतर्महाविद्यालयीन स्तर पर आयोजित इस प्रतियोगिता हेतु छात्राओं में बहुत उत्साह दिखाई पड़ा और लगभग 60 छात्र-छात्राओं ने इसमें भाग लिया।
पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम यामिनी साहू (बी.एससी. गृहविज्ञान भाग-1) पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, द्वितीय – वेदप्रकाश (बी.एससी. बायो भाग-1) शासकीय महाविद्यालय बेलौदी एवं पूर्णिमा (बी.एससी. बायो-2) तृतीय मेनका साहू (बी.एससी.भाग-2) पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय, दुर्ग रहीं। वहीं धनेश्वरी (बी.एससी. गृहविज्ञान-2) कन्या महाविद्यालय दुर्ग को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।
पोषक पौधारोपण वीडियो प्रतियोगिता में (एम.एससी गृहविज्ञान-2 सेमे.) की छात्रा प्रतीक्षा तुवानी (कन्या महाविद्यालय, दुर्ग) एवं तनु जाल (एम.एससी गृहविज्ञान-2 सेमे.) ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। द्वितीय स्थान पर रही (एम.एससी गृहविज्ञान-4 सेमे.) की छात्रा अनिंदिता बिश्वास। तृतीय स्थान पर दो छात्रायें भारती बघेल (बी.एससी गृहविज्ञान-2) एवं सीमा यादव (बी.एससी गृहविज्ञान-2) कन्या महाविद्यालय दुर्ग रहीं। वहीं तेजस्विनी एम.-2 सेम. गृहविज्ञान और ज्योति यादव (बी.एससी. गृहविज्ञान भाग-2) को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुशील चन्द्र तिवारी ने कहा कि मानव शरीर को स्वस्थ बनाये रखने में पोषक तत्व अति महत्वपूर्ण है। इन प्रतियोगिताओं के माध्यम से छात्र-छात्राओं में भी जागरूकता आयेगी। मुझे बेहद खुशी है कि इस गंभीर परिस्थति के समय भी छात्राओं ने उत्साहपूर्वक इसमें हिस्सा लिया।