दुर्ग। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय द्वारा हाल ही में घोषित नियमित विद्यार्थियों के बी.एच.एस.सी. प्रथम एवं द्वितीय वर्ष तथा बी.कॉम द्वितीय वर्ष के अनेक विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम विद्यार्थियों द्वारा इन्टरनल टेस्ट गंभीरतापूर्वक न दिये जाने के कारण अथवा इंटरनल टेस्ट में न बैठने के कारण प्रभावित हुए है। कुलपति, डॉ अरूणा पल्टा के निर्देशानुसार इन सभी विद्यार्थियों को 5 अक्टूबर तक असाइनमेंट संबंधित महाविद्यालयों में जमा करने का अवसर प्रदान किया गया है। यह जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों द्वारा अनेकों बार व्यक्तिगत रूप से सूचना दिये जाने बाद भी स्नातक स्तर के बी.कॉम, बी.एस.सी., बी.सी.ए, बी.ए, एवं अन्य कक्षाओं के प्रथम वर्ष के विद्यार्थी असाइनमेंट जमा नहीं कर रहे हैं। दुर्ग विश्वविद्यालय के उपकुलसचिव, परीक्षा श्री भूपेन्द्र कुलदीप के अनुसार निर्धारित तिथि तक असाइनमेंट जमा न करने वाले विद्यार्थियों के परीक्षा परिणामों को रोक कर शेष अन्य परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणाम जारी कर दिये जायेंगे इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी परीक्षार्थी की होगी। विश्वविद्यालय के कुलसचिव, डाॅ. सी.एल. देवांगन ने बताया कि विश्वविद्यालय की परिक्षाओं की समाप्ति के पश्चात् विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्यों से प्राप्त जानकारी के अनुसार लगभग 60-70 प्रतिशत् विद्यार्थियों की उत्तरपुस्तिकाएं महाविद्यालयों में जमा हो चुकी हैं। शीघ्र ही इन उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य आरंभ होगा। सबसे ज्यादा उत्तरपुस्तिकाएं लगभग 20 हजार से उपर साइंस काॅलेज दुर्ग में प्राप्त हुई है। इसके अलावा दिग्विजय काॅलेज, राजनांदगांव, कल्याण काॅलेज भिलाई, शासकीय कन्या महाविद्यालय, दुर्ग, शासकीय महाविद्यालय कवर्धा, शासकीय महाविद्यालय, बेमेतरा एवं शासकीय घनश्याम सिंह गुुप्त महाविद्यालय, बालोद में भी हजारों की संख्या में उत्तरपुस्तिकाएं प्राप्त हो चुकी हैं। विश्वविद्यालय की कुलपति, डॉ अरूणा पल्टा ने बताया कि सभी महाविद्यालयों में शासन द्वारा निर्धारित कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन करते हुए उत्तर पुस्तिका का संग्रहण एवं उसके पश्चात् मूल्यांकन कार्य का संपादन किया जायेगा। समस्त महाविद्यालयों द्वारा सुचारू रूप से ऑनलाईन परीक्षा का संचालन एवं उत्तरपुस्तिकाओं के संग्रहण पर संतोष व्यक्त करते हुए डॉ. पल्टा ने बताया कि जैसे-जैसे नियमित विद्यार्थियों के प्राप्तांक विश्वविद्यालय को प्राप्त होंगे विश्वविद्यालय तत्काल उन विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम जारी करेगा। इसी प्रकार स्वाध्यायी समस्त परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणाम भी अक्टूबर माह के अंत तक घोषित करने का प्रयास विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा जारी है।