दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के भौतिक शास्त्र विभाग में वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद भारत सीएसआईआर द्वारा सीएसआईआर-एसआरटीपी-2020 में चयनित विद्यार्थियों को विभिन्न विषयों पर रिसर्च कर प्रोजेक्ट रिपोर्ट, वैज्ञानिकों तथा मेंटर के लैक्चर का सारांश बनाने संबंधित 12-टास्क दिये गया था। जिसे एम.एससी अंतिम के लक्ष्मी प्रसाद मिश्रा तथा एम.एससी तृतीय से आकर्षित बर्नबाल ने इनका अवलोकन कर ग्रेड-ए प्राप्त किया। नैक कोआर्डिनेटर डॉ जगजीत कौर सलूजा तथा विभागाध्यक्ष पूर्णा बोस ने बताया कि लक्ष्मी प्रसाद मिश्रा ने एटमॉसफेरिक फिजिक्स पर डॉ प्रशांत कुमार (वरिष्ठ वैज्ञानिक, सी.एस.आई.आर. एन.ई.आई.एस.टी. जोरहाट, असम) के सहयोग से एन.डब्ल्यू पी मॉडल, सेंसग्राफ जैसे विषय पर अपना प्रोजेक्ट पूर्ण किया। आकर्षित ने डॉ संगीता शर्मा, वरिष्ठ वैज्ञानिक, सी.एस.आई.आर. एन.ई.आई.एस.टी. जोरहट, असम के मार्गदर्शन में फ्रीक्वेंसी मैग्नीट्यूड रिलेशन एंड हैजर्ड एस्टीमेशन के अंतर्गत प्रोजेक्ट के लिए हिमालय, नेपाल, भूटान, म्यांमार क्षेत्र को चुना। जिसमे उनके अक्षांश और देशांतर के अनुसार वहां आये भूकम्पों का आंकड़ा एकत्रित करके उनके अनुसार टेक्टोनिक मैप, सिस्मिक प्लाट, संचयी भूकम्पो की संख्या तथा भूकम्पो के बी-वैल्यू के अस्थायी मान कि गणना की जिसका भविष्य में आने वाले भूकम्पों का अनुमान लगाने में सहायता मिल सकेगी। इस अवसर पर भौतिक शास्त्र के प्राध्यापकों ने लक्ष्मी एवं आकर्षित को शुभकामनायें देते हुए कहा कि इन विद्यार्थियों को सीएसआईआर जोरहाट, असम में ऑनलाईन सीखने का मौका मिला तथा उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर महाविद्यालय के नाम का परचम लहराया।
प्राचार्य डॉ आर.एन. सिंह ने दोनों विद्यार्थियों को शुभकामनायें देते हुए कहा कि इस प्रकार के अवसर से विद्यार्थियों को समूह में कार्य करने का अनुभव प्राप्त होता है, जिससे उनके ज्ञान और व्यक्तित्व में नई ऊर्जा का संचार होता है।