दुर्ग। महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग ने गांधीजी के विचारों पर आधारित एम.ए. इन गांधियन थॉट्स पाठ्यक्रम आंरभ करने हेतु उच्च शिक्षा विभाग को प्रस्ताव भेजा है। विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि इस पाठ्यक्रम को प्रारंभ करने का मुख्य उद्देश्य गांधीजी के विचारों से युवा पीढ़ी को अवगत कराकर उनके आदर्शों पर चलने हेतु प्रेरित करना है।हेमचंद यादव विष्वविद्यालय की कुलपति डॉ अरूणा पल्टा ने महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्रीजी का स्मरण करते हुए कहा है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में सैद्धान्तिक के साथ-साथ व्यवहारिक एवं प्रायोगिक शिक्षा पर जो बल दिया गया है वह गांधीजी की ही सोच थी। नई तालीम में प्रोफेशनल एजुकेशन पर दिया गया बल युवाओं को रोजगार के नये अवसर प्रदान करेगा। विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित महात्मा गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण तथा साज-सज्जा भी इस अवसर पर की गई। डॉ अरूणा पल्टा ने दुर्ग विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों तथा छात्र-छात्राओं से आग्रह किया कि वे यदि अपने-अपने दायित्वों का उचित ढ़ग से पालन करें तो यही महात्मा गांधी एवं शास्त्रीजी को सच्ची श्रद्धांजली होगी।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ सी. एल. देवागंन ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग को पांच विभिन्न विषयों में एम.ए. प्रारंभ किये जाने हेतु प्रस्ताव भेजा गया है। जिसमें गांधियन थॉट्स पर एम.ए. प्रमुख है। अन्य एम. ए. प्रस्तावों में आदिवासी अध्ययन में एम.ए, महिला अध्ययन में एम.ए, ग्रामीण विकास में एम.ए., पर्यटन प्रबंध में एम.ए. तथा लोक प्रशासन में एम.ए. शामिल है।
इससे पूर्व कुलपति डॉ अरूणा पल्टा ने सांईस कॉलेज दुर्ग द्वारा महात्मा गांधीजी पर केन्द्रित वेबीनार में ’’गांधीवादी विचार एवं सक्रियता -एक सामयिक दृष्टिकोण’’ विषय पर अपना व्याख्यान मुख्य अतिथि के रूप में दिया। इस वेबीनार में कुलसचिव डॉ सी. एल. देवांगन, अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ प्रशांत श्रीवास्तव, उपकुलसचिव भूपेन्द्र कुलदीप, डॉ राजमणी पटेल, सहायक कुलसचिव डॉ सुमीत अग्रवाल, ए. आर. चौरे, हिमांशु शेखर मंडावी, एन. एस. एस समन्वयक डॉ आर. पी. अग्रवाल, वित्त अधिकारी ज्योत्सना शर्मा तथा स्पोर्टस डायरेक्टर डॉ ललित प्रसाद वर्मा भी शामिल थे।