दुर्ग। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की महत्वकांक्षी योजना ‘परामर्श’ में छत्तीसगढ़ से एकमात्र शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय का चयन मेंटर के रूप में हुआ है। इस योजना के अंतर्गत साइंस कालेज द्वारा जिले के 5 महाविद्यालयों को नैक मूल्यांकन हेतु प्रेरित करने के साथ-साथ नैक मूल्यांकन हेतु आवष्यक समस्त जानकारियां भी उपलब्ध कराया जाना है। कार्यक्रम के तहत शासकीय नवीन महाविद्यालय बोरी, साईं महाविद्यालय भिलाई, शासकीय एमएलजे महाविद्यालय खुर्सीपार, शासकीय नागरिक कल्याण महाविद्यालय नंदिनी एवं शहीद डोमेश्वर साहू शासकीय महाविद्यालय जामगांव आर का चयन मेंटी के रूप में किया गया। 11 नवम्बर को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें इन सभी 5 महाविद्यालयों के प्राचार्य, आईक्यूएसी प्रभारी एवं नैक प्रभारी सम्मिलित हुए। वर्कशाप के प्रारंभ में परामर्श योजना की समन्वयक डॉ अनुपमा अस्थाना ने सभी सदस्यों को संबोधित किया। इसके पश्चात् आईक्यूएसी प्रभारी डॉ जगजीत कौर सलूजा ने नैक से संबंधित तैयारियों के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी एवं टेम्पलेट भरने के समय रखी जाने वाली सावधानियों की जानकारी दी।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आरएन सिंह ने सभी को संबोधित करते हुए नैक हेतु सभी क्रायटेरिया की सामान्य जानकारी तैयार करने के संबंध में विस्तारपूर्वक समझाया। उन्होंने महाविद्यालयों को आश्वस्त किया कि नैक से संबंधित उनकी हर समस्याओं के समाधान में साइंस कालेज सहायता प्रदान करेगा तथा भविष्य में इन महाविद्यालयों के सभी प्राध्यापकों को नैक की जानकारी देने हेतु कार्यक्रम आयोजित किये जायेगें।
कार्यशाला में 5 महाविद्यालयों के 15 सदस्यों के अतिरिक्त साइंस कालेज दुर्ग से डॉ जगजीत कौर सलूजा, डॉ अनुपमा अस्थाना, डॉ पद्मावती, डॉ प्रज्ञा कुलकर्णी, डॉ सुनीता मैथ्यू, डॉ सतीष कुमार सेन एवं डॉ संजू सिन्हा उपस्थित थे।