दुर्ग। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय द्वारा सत्र 2019-20 की वार्षिक परीक्षाओं में अनुत्तीर्ण या प्राप्तांकों से असंतुष्ट, परीक्षा फार्म भरने के पश्चात् भी परीक्षा में अनुपस्थित रहने वाले, असाइनमेंट तथा इंटरनल टेस्ट में अनुपस्थित अथवा अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों के लिए विशेष श्रेणी सुधार परीक्षा आगामी 28 नवंबर से 5 दिसंबर 2020 तक ऑनलाईन रूप से आयोजित होगी। यह जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ पल्टा ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार इन परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है। दुर्ग, बेमेतरा, बालोद, कबीरधाम एवं राजनांदगांव जिले के अग्रणी महाविद्यालयों के प्राचार्यों की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि 28 नवंबर को दुर्ग विश्वविद्यालय की अधिकृत वेबसाइट पर प्रश्नपत्र प्रातः 11.00 बजे अपलोड कर दिये जायेंगे तथा परीक्षार्थी को 5 दिसंबर तक इन प्रश्नपत्रों के हस्तलिखित उत्तर घर पर तैयार कर संबंधित क्षेत्र के अग्रणी महाविद्यालय में जमा करना अनिवार्य है। उत्तरपुस्तिका जमा करने के दौरान परीक्षार्थियों को कोविड-19 प्रोटोकाॅल का पालन करना अनिवार्य है। परीक्षार्थी द्वारा तैयार स्वयं की प्रत्येक उत्तरपुस्तिका के कवरपेज पर सम्पूर्ण जानकारी युक्त पत्रक लगाना अनिवार्य है। जानकारी युक्त पत्रक का नमूना दुर्ग विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध होगा, इस विशेष श्रेणी सुधार परीक्षा में वे ही विद्यार्थी शामिल हो पायेंगे जिन्होंने विश्वविद्यालय के पोर्टल पर 100 रू. परीक्षा शुल्क के साथ आवेदन आनलाईन जमा किया है। परीक्षा फार्म न भरने वाले विद्यार्थी परीक्षा में नहीं बैठ सकेंगे।
डॉ पल्टा ने कहा कि जो विद्यार्थी असाइनमेंट अथवा इंटरनल टेस्ट में अनुत्तीर्ण है उनके लिए भी प्रश्नपत्र दुर्ग विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर 28 नवंबर से उपलब्ध होगा। असाइनमेंट, इंटरनल टेस्ट, विशेष परीक्षा की हस्तलिखित उत्तरपुस्तिका परीक्षार्थी या तो अपने क्षेत्र के अग्रणी महाविद्यालय में जमा करायेंगे अथवा वे सीधे हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग में बनाये गये काउंटर पर भी कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अपनी उत्तरपुस्तिका जमा कर सकते हैं।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ सी.एल.देवांगन ने बताया कि प्रायोगिक परीक्षाओं में अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों हेतु भी विशेष प्रायोगिक परीक्षाएं 28 नवंबर से 5 दिसंबर के मध्य जिले के अग्रणी महाविद्यालयों में आयोजित की जायेंगी। विशेष प्रायोगिक परीक्षा में भी शामिल होने के लिए विद्यार्थी को विश्वविद्यालय के पोर्टल पर आॅनलाईन आवेदन भरकर 100 रू. परीक्षा शुल्क जमा करना अनिवार्य है। प्रायोगिक परीक्षा की तिथि एवं परीक्षकों की नियुक्ति अग्रणी महाविद्यालयों के प्राचार्यों द्वारा तय की जायेगी। जो विद्यार्थी प्रायोगिक परीक्षा में अनुत्तीर्ण है वे तत्काल अपने महाविद्यालयों तथा अपने क्षेत्र के अग्रणी महाविद्यालय से संपर्क करें।
विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि 5 दिसंबर को विश्वविद्यालय के नियमित विद्यार्थियों की विशेष श्रेणी सुधार परीक्षा समाप्ति के पश्चात् उनका मूल्यांकन विश्वविद्यालय अपने स्तर पर कराकर शीघ्र परीक्षा परिणाम जारी करने का प्रयास करेगा। स्वाध्यायी विद्यार्थियों हेतु विशेष परीक्षा इन विद्यार्थियों के समस्त कक्षाओं के परिणाम घोषित होने के पश्चात् आयोजित होगी।