भिलाई। कोरोना वैसे तो सभी उम्र के लोगों पर भारी पड़ रहा है किन्तु मोटापे का शिकार लोगों में यह बेहद खतरनाक साबित हो रहा है। बीएसआर हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल में एक ऐसे ही मरीज की जान बचाई गई जिसका वजन 170 किलोग्राम से अधिक था और वह कोरोना पाजीटिव हो गया था। ऐसे मरीज जोर-जोर से खर्राटे लेते हैं और इन्हें ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एप्नीया भी हो सकती है। इसमें सांस की डोर बीच-बीच में कट जाती है और दोबारा शुरू भी हो जाती है। मरीज को ये दोनों ही शिकायतें थीं और उसे तत्काल वेन्टीलेटर पर डालकर उनकी ब्रोंकोस्कोपी करनी पडी।