दुर्ग। सर जगदीश चंद्र बोस ने विश्व में अपने शोध से शोध क्षेत्र में भारत के नाम का उस समय लोहा मनवाया जब उनके पास उन्नत उपकरण तथा प्रयोगशाला तक नहीं थे। इस महान वैज्ञानिक ने सूक्ष्म तरंगों, रिमोट सेंसिंग तथा माइक्रोवेव कार्य प्रणाली में अपना योगदान दिया। पेड़ पौधों में जीवन की परिकल्पना उनकी ही सोच का परिणाम थी। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय के भौतिक शास्त्र विभाग ने उनकी जयंती पर इस वर्ष भी ऑनलाईन प्रतियोगिता का आयोजन किया।