भिलाई। संजय रूंगटा ग्रुप ऑफ इन्स्टीट्यूशन्स द्वारा संचालित रुंगटा डेटल कालेज भिलाई में ओरल मेडीसीन एवं रेडियोलाजी विभाग के पोस्ट ग्रेज्युट अंतिम वर्ष के छात्र डॉ सौरव बोस के शोध पत्र को राष्ट्रीय वर्चुअल पोस्ट ग्रेजुएट कांपीटीशन 2020 में रिसर्च श्रेणी में प्रथम पुरस्कार से सम्मनित किया गया। वर्तमान समय में कोरोना महामारी के दिशा निर्देशों के अनुरूप इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इंडियन असोसिएसन ऑफ फारेनसिक ओड़ोण्टोलाजी एवं येनेपोया डेंटल कॉलेज, मेंगलोर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा में डा. सौरव बोस ने एस्टिमेसन ऑफ एज बाई मेंटल फोरामेन विषय पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया| उनके शोध पत्र को फारेनसिक ओड़ोण्टोलाजी में गेम चेंजर माना जा रहा है। डॉ सौरव बोस ने, डा. जयदीप सूर (प्रोफेसर और एच.ओ.डी.),डा. फातिमा खान (रीडर),डा. दीपलक्षमी देवांगन (रीडर) ओरल फिजिशियन और रेडियोलाजिस्ट के मार्गदर्शन में अपना शोध पूर्ण किया। डा. जयदीप सूर का कहना है कि उनके शोध का उपयोग विघटित शरीर की पहचान जैसे कि उम्र , लिंग की पहचान में किया जा सकता है। ग्रुप के चेयरमैन संजय रूंगटा ने डा. बोस को उनकी शानदार उपलब्धि के लिए बधाई दी और उनके भविष्य के सभी प्रयासो में शानदार सफलता की कामना की। उन्होने सभी छात्रों को आस्वासन दिया कि रुंगटा ग्रुप के छात्रों द्वारा किए जाने वाले किसी भी शोध के लिए सभी संभव सहायता और मार्गदर्शन देने के लिए हमेशा तैयार रहता है|डेटल कालेज के डीन डॉ सुधीर पवार और सभी संकाय सदस्यो ने इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।