भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय जुनवानी भिलाई की निदेशक एवं प्राचार्या डॉ रक्षा सिंह को भारत सरकार के नैक बैंगलोर (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यानन परिषद्) विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के स्वायत्त संस्थान द्वारा निरीक्षण टीम हेतु नामांकित किया गया है। डॉ रक्षा सिंह ने शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ अनेक समाजिक दायित्वों का भी निर्वहन करती हैं। उन्होंने महिला सुरक्षा, शिक्षा, एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में अनेक कार्य किए है जिसके लिए अंर्तराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर अनेक पुरस्कार प्रदान करते हुए सम्मानित किया गया है। नैक का मुख्य उद्देश्य उच्चतर शैक्षिक संस्थानों या उनकी इकाइयों, अथवा विशिष्ट शैक्षणिक कार्यक्रमों या परियोजनाओं के आवधिक मूल्यांकन एवं प्रत्ययन की व्यवस्था करना है। उच्चतर शिक्षण संस्थानों में शिक्षण-अधिगम तथा अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए शैक्षणिक परिवेश को प्रोत्साहित करना। उच्चतर शिक्षा में स्व-मूल्यांकन, जवाबदेही, स्वायत्तता और नव पद्दतियों को प्रोत्साहित करना। गुणवत्ता से संबंधित अनुसंधान अध्ययन, परामर्श और प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करना तथा गुणवत्ता मूल्यांकन, संवर्धन और संपोषण के लिए उच्चतर शिक्षा के अन्य हितधारकों को सहयोग प्रदान करना है।
डॉ रक्षा सिंह का शैक्षणिक सफर उपलब्धियों से भरा रहा है। मई 2017 को बी.एच.यू. बनारस के कोर्ट परिसर में डॉ रक्षा सिंह को सदस्य के रूप में मनोनित किया गया। ये छत्तीसगढ़ के स्काउट गाइड द्वारा राज्य आयुक्त (गाइड) एवं हेमचन्द यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के कार्य परिषद् की सदस्य है। बैंकॉक थाइलैंड में आयोजित सातवें अंर्तराष्ट्रीय कान्फ्रेंस में इन्हे अंर्तराष्ट्रीय गौरव एवं शैक्षिक अवार्ड से नवाजा गया।
डॉ रक्षा सिंह की इस सफलता पर श्री गंगाजली शिक्षण समिति भिलाई के चैयरमेन आई. पी. मिश्रा एवं अध्यक्ष जया मिश्रा ने भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। भिलाई के शैक्षणिक जगत के अनेक विद्वत जनों एवं महाविद्यालय के समस्त स्टाफ, गैर शैक्षणिक कर्मचारी एवं विद्यार्थियों ने भी उन्हें बधाई दी है।