भिलाई। विश्व एड्स दिवस पर आज एमजे कालेज में ऑनलाइन विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। संस्था की डायरेक्टर श्रीलेखा विरुलकर की प्रेरणा से आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रभारी प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने कहा कि लाइलाज कोरोना में एड्स को हमने लगभग भुला दिया है। पर यह दबे पांव एक बड़ी आबादी को प्रभावित किये हुए हैं। कोरोना के खिलाफ जंग में हम यह भूल गए हैं कि पिछले वर्ष दुनिया भर में एड्स के कारण 6 लाख 90 हजार मौतें हुई थीं।डॉ चौबे ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने चिंता व्यक्त की है कि अनुमानित 3.8 करोड़ एचआईवी पीड़ितों में से 1.2 करोड़ को आज भी एंटी रेट्रोवायरल थेरेपी मुहैया नहीं है। सामने आने वाले मामलों ने यह भी साफ कर दिया है कि एचआईवी कभी भी किसी को भी चपेट में ले सकता है। यौन जीवन की विश्रृंखलता इसका महज एक कारण है। इंजेक्शन्स और इंजेक्टेबल्स को लेकर हमें और भी ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। एक सुई का दोबारा इस्तेमाल किसी भी कीमत पर नहीं करना, स्तरहीन ब्लड बैंकों का उपयोग नहीं करना हमें सुरक्षित रख सकता है।
ऑनलाइन आयोजित इस कार्यक्रम में वाणिज्य एवं शिक्षा संकाय के अध्यापक एवं छात्र सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का संचालन आईक्यूएसी प्रभारी अर्चना त्रिपाठी ने किया।