भिलाई। वर्तमान परिवेश में किसान, जवान, राजनीति विज्ञान एवं स्वच्छता को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। राजनीति का ज्ञान इसलिए आवश्यक है ताकि युवा 18 वर्ष की उम्र में सही नेतृत्वकर्ता का चुनाव कर सके एवं इसकी चमक-दमक से भ्रमित होने से बच सके। आज कई जगह नेतृत्वकर्ता अशिक्षित है और पीछे घूमने वाले शिक्षित। उक्त बातें कॉमर्स गुरू डॉ संतोष राय ने चाय पर चर्चा के दौरान कही।डॉ संतोष राय किसान और देश के जवान को भी पाठ्यक्रम में शामिल करने के पक्षधर हैं। इससे मॉल मे घुमने वाले बच्चों को किसानो की महत्ता भी समझ में आएगी। पेट पहली जरूरत है और इसे किसान भरता है। इसके साथ ही देश की रक्षा करने के लिए प्राणों की आहुति देने वाले जवानों के विषय में भी संवेदीकरण जरूरी है। डॉ संतोष राय आगे कहते है कि मै तो अनुरोध मात्र कर सकता हूँ निर्णय तो नेतृत्वकर्ता को ही लेना है।
डॉ राय ने कहा कि क्रांतिकारियो ने ही आजादी दिलायी, आज देश का युवा क्या मै भी जलसेना, थलसेना, वायुसेना अध्यक्ष का नाम नहीं बता सकता, यह सब जानकारी आवश्यक है। मुंह धोना, हाथ धोना, साबुन और साफ-सफाई एक छोटे बच्चो को जानना जरूरी है। नर्सरी कक्षा 1 एवं 2 के पाठ्यक्रम मे इन्हें षामिल किया जाना चाहिए। इसके पूर्व भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पाठ्यक्रम मे ‘‘क’’ से किसान के हाथ पर बैठा कबुतर दिखाया जाये, ‘‘ख’’ से खलिहान अनाज के साथ और ‘‘ग’’ से गमला गाँव की मुंढेर पर शामिल किए जाने के संबंध में विनती की जा चुकी है।