दुर्ग। सर जगदीश चंद्र बोस ने विश्व में अपने शोध से शोध क्षेत्र में भारत के नाम का उस समय लोहा मनवाया जब उनके पास उन्नत उपकरण तथा प्रयोगशाला तक नहीं थे। इस महान वैज्ञानिक ने सूक्ष्म तरंगों, रिमोट सेंसिंग तथा माइक्रोवेव कार्य प्रणाली में अपना योगदान दिया। पेड़ पौधों में जीवन की परिकल्पना उनकी ही सोच का परिणाम थी। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय के भौतिक शास्त्र विभाग ने उनकी जयंती पर इस वर्ष भी ऑनलाईन प्रतियोगिता का आयोजन किया।महाविद्यालय के आईक्यूएसी के तत्वावधान में 30 नवम्बर को इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। साइंस कालेज प्रत्येक वर्ष उनके जन्मदिवस पर प्रतियोगिताओं का आयोजन करता है। स्नातक स्तर पर संपन्न इस प्रतियोगिता में बी.एससी प्रथम वर्ष से 298, द्वितीय वर्ष से 210 तथा अंतिम वर्ष से 102 विद्यार्थियों ने भाग लिया। साइंस कॉलेज से टॉप पांच विद्यार्थियों ने भाग लिया। इनमें प्रथम वर्ष से कशिश गुप्ता, अमन प्रीति, उपासना दिल्लीवार, सौरव मजूमदार, द्वितीय वर्ष से टुमेश्वरी, ओम प्रकाश, तिलक, प्रतिभा, भावेश कुमार तथा तृतीय वर्ष से लक्की, अभिषेक, मानसी यदु तथा आशीष रहे। शासकीय आदर्ष महाविद्यालय, दुर्ग से प्रथम वर्ष से गौरव पराटे, दीप चैहान, नेहा चंदेल तथा द्वितीय वर्ष से राजनंदनी, हर्ष जंघेल तथा खिलेश्वरी टॉप में अपना स्थान बनाने में सफल रहे।
डॉ. अभिषेक मिश्रा एवं डॉ. सीतेश्वरी चंद्राकर ने प्रतियोगिता संपन्न करवाने में सहयोग दिया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विभाग के समस्त प्राध्यापकों का उल्लेखनीय योगदान रहा। प्राचार्य डॉ आर.एन. सिंह ने टॉप स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए बधाई प्रेषित की।