दुर्ग। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग अपनी स्थापना के 5 वर्ष व्यतीत हो जाने के पश्चात् अब विश्वविद्यालय के कुलगीत हेतु खुली स्पर्धा का आयोजन करने जा रहा है। कुलसचिव डॉ सी.एल. देवांगन ने बताया कि प्रतिष्ठित कवि, गीतकारों, लेखकों, संगीतज्ञों इत्यादि से दिनांक 26 जनवरी 2021 तक ऑनलाईन आवेदन आमंत्रित किये जाते हैं। डॉ देवांगन ने बताया कि विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ अरूणा पल्टा के मार्गदर्शन में गठित चयन समिति सर्वश्रेष्ठ कुलगीत का चयन करेगी। चयनित कुलगीत के रचयिता को विश्वविद्यालय 11,000 रूपये का नकद पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित करेगा। कुलगीत चयन संबंधी सम्पर्ण अधिकार विश्वविद्यालय द्वारा गठित चयन समिति के पास सुरक्षित रहेगा। यदि प्राप्त आवेदनों मे से कोई भी प्रविष्टि चयन समिति द्वारा उपयुक्त नहीं पायी जायेगी तो इस स्पर्धा को सम्पूर्ण रूप से निरस्त कर दिया जायेगा। कुलपति डॉ. पल्टा ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन चाहता है कि कुलगीत में विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले समस्त 05 जिलों- दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद, बेमेतरा, तथा कबीरधाम के भौगोलिक परिदृश्य तथा महत्व का उल्लेख हो। पूर्णतः स्वरचित, मौलिक रचना होने का प्रमाणपत्र देना सभी आवेदकों के लिये अनिवार्य होगा। डॉ पल्टा ने बताया कि एक बार श्रेष्ठ कुलगीत चयनित हो जाने के बाद उसे संगीतबद्ध करने हेतु भी संगीतकारों से सहायता ली जायेगी। डॉ पल्टा ने कहा कि कुलगीत हिन्दी में सरल, सुबोध, कर्णप्रिय तथा किसी भी धर्म, सम्प्रदाय, समूह, राष्ट्रीय एकता अथवा व्यक्ति विशेष को ठेस पहुंचाने वाला नहीं होना चाहिए। 12 से 16 संक्षिप्त पंक्तियों वाले तथा छंद विधान के न्यूनतम मानकों की पूर्ति करने वाले कुलगीत को प्राथमिकता दी जाएगी।
विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ प्रशांत श्रीवास्तव ने कहा कि कुलगीत के चयन हेतु कुलपति की अध्यक्षता में गठित की जाने वाली चयन समिति में एक प्रतिष्ठित कवि-रचनाकार, एक संगीत विशेषज्ञ तथा विश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं कार्यपरिषद् के एक सदस्य शामिल किया जायेगा। डॉ श्रीवास्तव ने बताया कि इच्छुक आवेदक अपनी प्रविष्टियों को विश्वविद्यालय के ईमेल dsw@durguniversity.ac.in पर सॉफ्ट कापी तथा कुलसचिव के नाम पर हार्डकापी बंद लिफाफे में प्रेषित कर सकते हैं।