बेमेतरा। आदिकाल से मनुष्य एवं पक्षियों का सामंजस्य रहा है। वेदों में भी पक्षियों का चित्रण मिलता है। मनुष्य प्राचीन समय से पेड़ एवं पशु पक्षियों की पूजा करता आ रहा है। गिधवा परसदा पक्षी विहार की पहचान आने वाले समय मे अन्तराष्ट्रीय मानचित्र पर स्थापित होगी। यहां बड़ी संख्या मे देशी एवं विदेशी पक्षी हर साल आते हैं। इस आशय के उद्गार प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख राकेश चतुर्वेदी ने यहां आयोजित पक्षी महोत्सव में व्यक्त किए।