भिलाई। एमजे कालेज परिवार ने गणतंत्र दिवस पर सहिष्णुता का संकल्प लिया। महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर ने एक कहानी सुनाते हुए स्पष्ट किया कि झगड़े का हल झगड़े से नहीं निकाला जा सकता। हमें एक दूसरे को थोड़ा स्पेस देना होगा, थोड़ा स्थिति को समझना होगा, चीजें खुद-ब-खुद सामान्य हो जाएंगी। वे ध्वजारोहण करने के बाद महाविद्यालय परिवार को संबोधित कर रही थीं। डॉ श्रीलेखा ने कहा कि कोई आपे से बाहर हो रहा हो तो हमें न केवल तटस्थ हो जाना चाहिए बल्कि कुछ ऐसा करना चाहिए कि उसका क्रोध शांत हो। हम निजी जीवन में भी यही गलती करते हैं कि दूसरों को गलत साबित करने की कोशिश करते हैं। इससे बात बिगड़ती ही है, बनती कभी नहीं।महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने कोविड महामारी के बाद आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि इस सत्र में पहली बार इतनी संख्या में छात्र समुदाय महाविद्यालय परिसर में एकत्र हुआ है। उन्होंने कहा कि कोविड की चुनौती से जूझने में जितनी भूमिका चिकित्सा सेवा प्रदाता या प्रशासन की थी, लगभग उतनी ही बड़ी भूमिका उन वैज्ञानिकों की भी थी जिन्होंने रात दिन मेहनत कर इसका तोड़ निकाल लिया। उन्होंने कहा कि भारत ने विश्व को इस महामारी का हल दिया जो गौरव का विषय है।
फार्मेसी कालेज के प्राचार्य डॉ टिकेश्वर कुमार ने गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कोरोना को हराने में भारत की सफलता की बधाई दी।
स्वागत भाषण एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग के प्राचार्य डैनियल तमिलसेलवन ने दिया। नर्सिंग महाविद्यालय की छात्राओं ने देशभक्ति गीत, नृत्य एवं भाषण प्रस्तुत किए। छात्रा सपना ने ‘मेरा मुल्क मेरा देश मेरा ये वतन’ की खूबसूरत प्रस्तुति दी।