भिलाई। नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रेडिटेशन (एनबीए) ने भिलाई के संतोष रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज की मान्यता को एक्सटेंड कर दिया है। यहां के विद्यार्थियों को मिलने वाली डिग्री अब विदेशों में भी मान्य होगी। यह मान्यता रूंगटा आर-1 ग्रुप में इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल इंजीनियरिंग को दी गई है। इसके साथ ही रूंगटा कॉलेज ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंस एंड रिसर्च को भी एनबीए का एक्रेडिटेशन मिला है। बता दें कि एनबीए से ब्रांच एक्रेडिटेड होने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नौकरियों की संभावनाएं कई गुना बढ़ जाती है। देश की नामी शैक्षणिक संस्थानों को जिस तरह नैक से ग्रेड हासिल करना जरूरी है उतना ही जरूरी एनबीए भी है, जिससे सीधे तौर पर विद्यार्थियों को फायदा होता है। कैंपस प्लेसमेंट के दौरान आई नामी मल्टीनेशनल कंपनियां एनबीए एक्रेडेट को विशेष तरजीह देती है। कुछ कंपनियों ने तो इसे अनिवार्य भी कर दिया है।
एनबीए का एक्रेडिटेशन उन्हीं महाविद्यालयों को दिया जाता है जो प्रयोगशाला, अनुभवी प्रोफेसर्स, प्रोजेक्ट, रिसर्च हब जैसे दर्जनों मापदंडों को पूरा करते हैं।
फार्मेसी छात्रों का विप्रो में चयन – रूंगटा आर-1 फार्मेसी कॉलेज के 6 विद्यार्थियों का चयन देश की नामी आईटी कंपनी विप्रो में हुआ है। चयनित विद्यार्थियों को विप्रो की आईटी टीम के साथ मिलकर फार्मा विजिलेंस का काम करेंगे। चयनित विद्यार्थियों में केएस श्रुति, पी श्रीनिवास, आकांक्षा क्षेत्री, नेहा सिन्हा, यशी ठाकुर और श्रद्धा भोंदेकर शामिल हैं। कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल डॉ. एजाजुद्दीन ने बताया कि यह फार्मेसी इंडस्ट्री की नई ब्रांच है, जिसमें आईटी और फार्मा साथ मिलकर काम करते हैं। हमारे चयनित विद्यार्थी भारत के बाहर के केमिकल एंड ड्रग एक्सपर्ट, डॉक्टर्स के साथ डील करेंगे।