भिलाई। नवप्रवेशी विद्यार्थी पूरी लगन व मेहनत से अपनी वार्षिक परीक्षा की तैयारी करें। विश्वविद्यालय द्वारा पाठ्यक्रम से संबंधित पठनसामग्री हर विद्यार्थी को उपलब्ध करा दी गई है। किसी भी कठिनाइ के लिए वे अध्ययन या क्षेत्रीय केन्द्र अथवा विश्वविद्यालय से बेहिचक संपर्क कर सकते है।” उपरोक्त विचार पं. सुन्दर लाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय बिलासपुर के कुलपति डॉ. बंश गोपाल सिंह ने बी.ए व बी.काम के नवप्रवेशी विद्यार्थियों के लिए आनलाइन आयोजित प्रवर्तन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की आसंदी से व्यक्त किए। उन्होने प्रसन्नता व्यक्त की कि दुर्ग क्षेत्रीय केन्द्र के माध्यम से दूरदराज के आदिवासी अंचल के विद्यार्थियों के अलावा सेना,पुलिस व शिक्षा के क्षेत्र में संवा दे रहे व्यक्ति इस विश्वविद्यालय से दूरस्थ पद्वति से अपनी उच्च शिक्षा का स्वप्न पूरा कर रहे है।
विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ. इंदु अनंत ने नवप्रवेशी विद्यार्थियों के शैक्षणिक विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों के विषय में अवगत कराया। उन्होने आगे कहा कि विश्वविद्यालय से उन्हें हर उस तरह की सेवा उपलब्ध कराने के लिए तत्पर है, जिससे दूरदराज के विद्यार्थी उच्च शिक्षा सहजता से प्राप्त कर सकें।
विश्वविद्यालय के कम्पूटर विभाग के विभागाध्यक्ष रेशमलाल प्रधान ने विश्वविद्यालय की संरचना, विभिन्न विभागों तथा उपलब्ध सुविधाओं के विषय में नवप्रवेषी विद्यार्थीयों को बतलाया। क्षेत्रीय केन्द्र की सहायक कार्यक्रम समन्वयक ने विश्वविद्यालय की वेबसाइट के उपयोग के तौर तरीके समझाए।
क्षेत्रीय समन्वयक डॉ. डी.एन शर्मा ने बतलाया कि क्षेत्र अंतर्गत पाँच जिलों के उप अध्ययन केन्द्र के माध्यम से 5480 विद्यार्थी विभिन्न पाठ्यक्रमों में दर्ज है तथा गत वर्ष की वार्षिक परीक्षा में इस केंद्र के क्षेत्र के 80 विद्यार्थीयों ने विश्वविद्यालय की प्राविण्यता सूची मं स्थान बनाया है। शास. शहीद कौशल यादव महाविद्यालय, गुन्डरदेही की प्राचार्य डॉ.श्रद्दा चन्द्राकर ने अध्ययन केन्द्र के स्वरूप पर चर्चा करते हुए बतलाया कि अधिकतर समस्याओं का निराकरण विद्यार्थी अध्ययन केन्द्र के स्तर पर कर सकते हैं।
इस अवसर पर आयोजित प्रश्नोत्तर सत्र में विद्यार्थियों की शंकाओं का निराकरण डॉ. डी.एन शर्मा, रेशमलाल प्रधान तथा विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक टी.एस.ठाकुर द्वारा किया गया। आभार प्रदर्शन क्षेत्रीय केन्द्र के समन्वयक सहायक शिवचरण साहू ने किया।