भिलाई। स्पर्श मल्टीस्पेशालिटी हॉस्पिटल में 86 वर्ष के एक मरीज की सफल ट्रिपल एंजियोप्लास्टी की गई है। मरीज पिछले लगभग एक वर्ष से बेहद परेशान था और स्थानीय के साथ ही रायपुर के बड़े अस्पतालों में भी चक्कर काट आया था। उनकी उम्र और प्रोसीजर के खतरे को देखते हुए अधिकांश अस्पतालों ने साफ इंकार कर दिया था। अंततः स्पर्श की टीम ने इस चुनौती को स्वीकार किया और तीन दिन में मरीज सकुशल घर लौट गया।स्पर्श के इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ असलम खान ने बताया कि 25 जनवरी को जब मरीज को अस्पताल लाया गया तो वह सीने में असहनीय दर्द से छटपटा रहा था। वह घबराहट महसूस कर रहा था और उसे पसीना भी खूब आ रहा था। तत्काल मरीज की एंजियोग्राफी की गई और पाया गया कि उनके हृदय की मुख्य धमनी के साथ ही दो सहयोगी धमनियों में भी 99 फीसद तक ब्लाकेज था। इस उम्र के मरीजों की धमनियां कैल्सीफिकेशन के कारण सख्त हो जाती हैं और स्टेंट लगाने की कोशिश में उनके क्षतिग्रस्त होने का खतरा काफी अधिक होता है। पर मरीज की तकलीफ को देखते हुए ब्लाकेज हटाने का फैसला लिया गया। मरीज के परिजनों को पूरी स्थिति से अवगत कराते हुए उच्च जोखिम सहमति (एचआरसी) ली गई और मरीज की एंजियोप्लास्टी कर दी गई। पोस्ट ऑपरेटिव केयर पर सख्त निगरानी रखी गई।
डॉ असलम ने बताया कि मरीज ने अच्छा रेस्पांस दिया और उनकी तकलीफ पूरी तरह से चली गई। प्रोसीजर के एक दिन बाद 27 जनवरी को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। मरीज को अब काफी आराम है। उनके जीवन की गुणवत्ता में काफी इजाफा हुआ है। वे खुश हैं कि अब अपने दैनन्दिन कार्य वे स्वयं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि स्पर्श में 24 घंटे कार्डियोलॉजी टीम की उपलब्धता के कारण ही यह संभव हो पाया।