बेमेतरा। बेमेतरा जिला के विकासखण्ड साजा के सोनपुरी निवासी प्रशांत पटेल स्वयं की 15 एकड़ भूमि पर फसल चक्र की पद्धति को अपनाते हुए चना, धनिया, पपीता व जैविक कम्पोस्ट का प्रयोग करते हुए अपने खेतों से दोगुना मुनाफा कमा रहे हैं। उन्होंने उन्नत कृषि के अपने अनुभव को कृषको के साथ साझा करने के लिए कृषक खेतपाठशाला प्रारंभ किया है। इस पाठशाला में अब तक 25 कृषकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। कृषक रबी में चना फसल के लिए ड्रिप इरीगेशन और प्रति एकड़ 9 किलो बीज का उपयोग कर अधिक उत्पादन ले रहे हैं।36 वर्षीय प्रशांत ने बी कॉम-एमएसडब्ल्यू किया है। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय प्रशिक्षण संस्थान हैदराबाद से एक वर्षीय देशी पाठ्यक्रम किया और फिर आत्मा योजनांतर्गत काम शुरू किया। पिछले वर्ष 2018-19 में जिले के 100 कृषको का दल उनके क्षेत्र का भ्रमण किया था। जिससे कृषको को स्वयं के द्वारा तैयार किया गया वेस्ट डी कम्पोजर का उपयोग घुरूवा उपचार हेतु कर रहे है कि सलाह दिया गया। वर्तमान में शासन की महत्वकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाडी के अंतर्गत स्वयं के द्वारा घुरूवा उन्नयन कर ग्राम के कृषको को भी जानकारी दी जा रही है। ताकि कृषको को रासायनिक खाद से मुक्त किया जा सके। श्री प्रशांत पटेल हमेशा कृषि विभाग के अधिकारी/कर्मचारी व कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिको के संपर्क में रहते है एवं कृषि वैज्ञानिकों द्वारा दी जाने वाली जानकारियों का अनुश्रवण कर उन्नत प्रगतिशील कृषक के रूप में कम लागत पर अधिक उत्पादन ले रहे है। उनके यह प्रयास व लगनशीलता को देखते हुए एक्स्टेंशन रिफार्म्स (आत्मा) योजनांतर्गत वर्ष 2020-21 के विकासखण्ड स्तरीय उन्नत कृषक पुरस्कार के रूप में प्रशस्ति पत्र व 10 हजार रू. प्रदाय किया गया है।