भिलाई। समय से काफी पहले जन्म लेने वाले कम वजन के बच्चों की रेटिना अविकसित हो सकती है। इसे रेटिनोपैथी ऑफ प्रीमैच्युरिटी (आरओपी) कहते हैं। इसके अलावा शिशु भैंगापन का शिकार हो सकता है या दृष्टिबाधित भी हो सकता है। इसका तत्काल पता लगाया जाना जरूरी होता है ताकि समय पर हस्तक्षेप कर इसे ठीक किया जा सके। अब यह सुविधा हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल में उपलब्ध हो गई है।