दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग प्रशासन द्वारा स्वशासी पद्धति के अंतर्गत प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त विद्यार्थियों हेतु स्वर्णपदक प्रदान करने हेतु दानदाताओं से अपील की गई है। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आर.एन. सिंह ने बताया कि इस योजना के तहत कोई भी दानदाता स्वयं अपने नाम पर अथवा अपने परिजनों की स्मृति में 30 हजार रूपये राशि महाविद्यालय में जमा कर रसीद प्राप्त कर सकता है। स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं की किस कक्षा एवं किस विषय में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने हेतु स्वर्ण पदक दिया जावे यह दानदाता की इच्छा पर निर्भर करेगा। महाविद्यालय दानदाताओं से प्राप्त राशि को फिक्स डिपाजिट में जमा कर उससे प्राप्त होने वाली ब्याज राशि को प्रतिवर्ष स्वर्णपदक निर्माण में व्यय होने वाली राशि के रूप में उपयोग करेगा। प्राचार्य डॉ आर.एन. सिंह ने बताया कि व्यक्तिगत दानदाताओं के अलावा समाजसेवी संस्थाएं भी इस प्रकार के स्वर्णपदक प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है। स्वर्णपदक हेतु दान देने संबंधी विस्तृत विवरण हेतु महाविद्यालय के कार्यालय में कार्यालयीन समय में संपर्क किया जा सकता है। डॉ सिंह के अनुसार छत्तीसगढ़ प्रदेश के सर्वप्रथम ए प्लस ग्रेड प्राप्त इस महाविद्यालय में 18 विषयों में स्नातकोत्तर स्तर पर अध्ययन की सुविधा है। इसके अतिरिक्त स्नातक स्तर पर बी.ए., बी.कॉम, बी.एससी, बीसीए, बी लिब आईएससी, पीजीडीसीए के साथ 9 सटिर्फिकेट पाठ्यक्रम भी महाविद्यालय में संचालित है। इसी शैक्षणिक सत्र से एम.एस.डब्ल्यू पाठ्यक्रम भी संचालित हो रहा है। डॉ सिंह ने छात्रहित में दानदाताओं से अधिक से अधिक सहयोग का आग्रह किया है।
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