भिलाई। भारत में भारतीय नस्ल के कुत्तों को हिकारत की नजर से देखा जाता है। यहां केवल ऊंचे ब्रीड के खानदानी विदेशी कुत्तों की ही पूछपरख है जिसके बच्चों को लोग हजारों रुपए देकर खरीदते हैं। ऐसे में बेजुबानों की सेवा को समर्पित पीपुल फॉर एनिमल (पीएफए) के स्वयंसेवकों ने जब दो देसी नस्ल के कुत्तों को हवाई जहाज से विदेश भेजा तो लोग हक्का-बक्का रह गए। इस कार्य में पीएफए की पार्टनर संस्था एनिमल केयर जोन ने बड़ी भूमिका निभाई। उन्हें यकीन है कि इन कुत्तों का वहां एडॉप्शन हो जाएगा।
पीएफए दुर्ग भिलाई यूनिट 2 के बच्चों ने 2020 में दो कुत्तों को रेस्क्यू किया था। इनको किसी ने हाईवे पर मरने के लिए छोड़ दिया था। इनमें से एक के शरीर पर नाममात्र को भी रोएं नहीं थे। संस्था के सदस्यों ने अपने घर पर रखकर इनकी सेवा की तथा नया जीवन दिया। पर इन कुत्तों को गोद लेने के लिए कोई परिवार नहीं मिला। संस्था के पास सीमित साधन हैं। उन्होंने अपनी सहयोगी संस्था एनिमल केयरजोन से सम्पर्क किया। पता लगा कि विदेशों में सभी जीव जंतुओं के प्रति समान भावना रखी जाती है। वे ब्रीड और पेडिग्री को लेकर ज्यादा भेदभाव नहीं करते। इन कुत्तों को सुदूर कनाडा में घर मिल जाएगा। अब समस्या थी कि इन्हें कनाडा भेजें कैसे। अंततः इन दोनों कुत्तों की हवाई टिकट बुक कराई गई और उन्हें कनाडा रवाना कर दिया गया। इस तरह का अंचल में यह पहला मामला है।