दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय में आयोजित 37 छ.ग. एनसीसी बटालियन, दुर्ग के काडर कैम्प में कैडेट्स को सेक्शन अटैक एवं एसएलआर गन के संचालन का प्रशिक्षण दिया गया। परेड के अंतिम दिवस पर सीनियर विंग के द्वितीय वर्ष के छात्र एवं छात्रा कैडेटों को एल.एम.जी. वैपन को खोलने एवं जोड़ने का प्रशिक्षण दिया गया। इसके साथ ही सेल्फ लोड़िग राइफल (एसएलआर) पर दो बाई दो के टारगेट पर 25 गज की दूरी में निशाना साधना सिखाया गया।कैडर कैम्प में इस के साथ ही लड़ाई के दौरान जवानों के द्वारा प्लाटून अटैक की कार्यवाही के लिए कैडेटों को रायफल के साथ सेक्शन अटैक की कार्यवाही का डेमो, प्रशिक्षण लड़ाई के दौरान अपनाए जाने वाले विभिन्न फार्मेशन पर अटैक की कार्यवाही सिखाई गई। इसी कड़ी में लड़ाई के दौरान मैप रीडिंग के महत्व पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया जो प्रिज्जमेंटिक कम्पास की सहायता से सिखलाई गई। सभी फील्ड प्रशिक्षण बटालियन के सूबेदार झाबरमल, सूबेदार मुकेश कुमार, नायक, सूबेदार प्रदीप टोप्पों एवं हवलदार मिथुन के द्वारा प्रदान किया गया। आज शिविर में प्रशाशनिक लेफ्टिनेंट आर.सेतु माधवन शिविर में उपस्थित होकर छात्रों को प्रशिक्षण दिया गया। छात्र कैडेटों की बी-प्रमाण पत्र की लिखित परीक्षा की आवश्यक तैयारी हेतु एन.सी.सी. अधिकारी मेंजर ओ.पी. गुप्ता द्वार पार्ट 2 में राष्ट्रीय एकता, सामाजिक सेवा, नेतृत्व, आपदाप्रबंधन,सहासिक अभियांन, व्यक्तिगत स्वास्थ्य एवं सफाई आदिविषय पर अमेंजर सपना शर्मा द्वारा पार्ट 1 में वैपन ट्रेनिग एवं ड्रिल, लेफ्टिनेंट निलेश तिवारी पार्ट 3 में मैंप एवं फील्डक्राप्ट, लेफ्निेंट हरिश कश्यप पार्ट 4में भारतीय सेना के इतिहास एवं मिलेट्री वैपनस के बारे में कैडेटों पर आवश्यक जानकारी एंव प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
इन तीन दिवसीय शिवर के समापन दिन पर 18 छात्राऐं एवं 60 छात्र कैडेटों ने प्रशिक्षण का लाभ लिया। इस शिविर से छात्र कैडेटों ने शिवर में भाग लेते हुए अपने व्यक्त्वि विकास एवं नेतृत्व क्षमता के अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए अपने आप को बी-प्रमाण पत्र परीक्षा के लिए तैयार किया साथ ही कैडेटों ने शिविर के दौरान कोविड-19 के दिशानिर्देशों का पालन किया और कैम्प लाईफ मैनेजमेंट के बारे में जानकारी प्राप्त की। शिविर के समापन समय पर सभी महाविद्यालय के एन.सी.सी अधिकारी उपस्थित रहे।