भिलाई। नगर पालिक निगम भिलाई क्षेत्र में प्रतिदिन कचरे का उठाव किया जा रहा है। निगम क्षेत्र में प्रतिदिन कचरा कलेक्शन के जरिए बड़ी मात्रा में झिल्ली, पन्नी का कचरा निकलता है, जिसे भिलाई निगम के एसएलआरएम सेंटरों में बेहतर तरीके से निष्पादन किया जा रहा है। अब झिल्ली, पन्नी के कचरों में जमी धूल, मिट्टी को निकालने फटका मशीन बेहद कारगर साबित होने लगा है। पहले झिल्ली, पन्नी से धूल, मिट्टी इत्यादि को हटाने के लिए मैनुअल कार्य किया जाता था जिसमें अधिक समय लगता था और ज्यादा कर्मचारी सम्मिलित करने पड़ते थे। शहर में साफ-सफाई व्यवस्था को चाक चौबंद रखने निगम प्रशासन के विभागीय अधिकारी निरंतर माॅनिटरिंग कर रहे है ताकि शहर में गंदगी के चलते किसी प्रकार की समस्या न हो। भिलाई निगम द्वारा विभिन्न क्षेंत्रों में संचालित एसएलआरएम सेंटर में कचरो का पृथकीकरण कर समुचित तरीके से कचरे का निष्पादन किया जा रहा है। भिलाई निगम क्षेत्र से बड़ी संख्या में रोजाना डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के माध्यम से झिल्ली, पन्नी के कचरा आता है, जिसे एसएलआरएम सेंटर में पृथकीकरण का कार्य निरंतर किया जा रहा है, जिसे बेलिंग मशीन से बंडल बनाकर सीमेंट कंपनियों में भेजा रहा है, अब इस कार्य में फटका मशीन बेहद उपयोगी साबित हो रहा है। जोन 04 खुर्सीपार के जोन स्वास्थ्य अधिकारी महेश पाण्डेय ने बताया कि झिल्ली, पन्नी के एकत्र कचरों को मशीन की सहायता से स्वच्छ करके आगे प्रोसेस में भेजने के लिए फटका मशीन आया है। कचरा कलेक्शन वाले गाड़ियों से आई झिल्ली, पन्नी के कचरे को कर्मचारी सीधे फटका मशीन में डालते है, जिससे झिल्ली पन्नी में जमे हुए धूल, मिट्टी व कंकड़ अलग-अलग होकर नीचे गिर जाते है और पन्नी का कचरा साफ हो जाता है। धूल, मिट्टी हटने के बाद साफ सूथरी पन्नी को बेलिंग मशीन में डालकर बंडल बनाया जाता है। फटका मशीन आने के पूर्व बेलिंग मशीन में झील्ली, पन्नी में जमे हुए धूल मिट्टी को कर्मचारियों के माध्यम से मैनुअल निकालने में काॅफी समय लगता था तथा बेलिंग मशीन में समस्या आने की संभावना रहती थी। फटका मशीन आने के बाद समय की बचत हो रही है।