दुर्ग। समाज में महिला एवं पुरूष एक दूसरे के पूरक होते हैं। हमें महिलाओं का सदैव सम्मान करना चाहिए ये उद्गार हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग की कुलपति डॉ अरूणा पल्टा ने व्यक्त किये। डॉ अरुणा हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग में आयोजित अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस समारोह को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर ही थीं। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिला एवं पुरूष अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे। उन्होंने ने कहा कि विश्वविद्यालय के साढ़े पांच वर्षों के इतिहास में पहली बार अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया जा रहा है। हमें केवल एक दिन नहीं बल्कि सदैव नारी का हर रूप में सम्मान करना चाहिए। डॉ पल्टा ने सम्मान समारोह के दौरान दुर्ग विश्वविद्यालय में कार्यरत लगभग 20 अधिकारी, कर्मचारियों को उपहार देकर सम्मानित किया।
इससे पूर्व कार्यक्रम के आरंभ में वित्त अधिकारी श्रीमती ज्योत्सना शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ में अशिक्षा महिलाओं की पुरानी पीढ़ी के विकास में बाधक रही हैं परन्तु धीरे-धीरे समय के साथ परिवर्तन होने पर छत्तीसगढ़ की महिलाएं उच्च पदों पर आसीन होती जा रही हैं।
कुलसचिव, डॉ सी.एल. देवांगन ने कहा कि घर से लेकर बाहर तक प्रत्येक रूप में नारी की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। नारी मां, बहन, दीदी, भाभी, नानी दादी, बेटी आदि सभी रूपों में आदरनीय हैं। किसी एक दिन भी यदि घर में स्त्री की उपस्थिति न हो तो सारा घर अस्त-व्यस्त हो जाता है। कुलसचिव ने महिलाओं के सम्मान वाले इस कार्यक्रम को अनुकरणीय बताया।
दीप प्रज्जवलन के साथ आरंभ हुए इस कार्यक्रम में कुलपति डॉ पल्टा के साथ विश्वविद्यालय के सभी 20 महिला अधिकारी, कर्मचारियों ने अपने-अपने विचारों की अभिव्यक्ति वीडियो के माध्यम से व्यक्त की। कुमारी वर्तिका श्रीवास्तव द्वारा निर्मित इस वीडियो की टैगोर सभागार में उपस्थित समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने प्रशंसा की। इस वीडियो में विश्वविद्यालय के महिला कर्मचारियों ने महिलाओं पर केन्द्रित कविताओं का वाचन भी किया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डॉ भावना पर्बत ने किया। इस अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर जिन महिलाओं का सम्मान किया गया उनमें ज्योत्सना शर्मा, डॉ भावना पर्बत, सविता पुसरिया, सपना सिन्हा, नीलम श्रीवास्तव, ललिता देशमुख, मनप्रीत कौर, सुरभि सिन्हा, आकांक्षा गुप्ता, डेमीन साहू, कृति ताम्रकार, अर्चना मिश्रा, चन्द्रिका साहू, संगीता साहू, दामिनी गिलहरे, मंजु देशमुख शामिल थीं।