दुर्ग। शासकीय वि.या.ता.स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय के एम.ए. हिन्दी प्रथम तथा तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने 13 मार्च को शैक्षणिक भ्रमण के तहत राजनांदगांव में दिग्विजय महाविद्यालय स्थित मुक्तिबोध स्मारक (त्रिवेणी परिसर), सृजन संवाद भवन, महाविद्यालय के ग्रन्थालय का भ्रमण किया। दल ने ओड़ार बांध का भ्रमण करने के साथ ही तीन समाचार पत्रों के दफ्तर एवं कार्यस्थल तथा कार्य परिवेश का अवलोकन किया।पत्रकारिता प्रशिक्षण के तहत दल ने जिले के प्रसिद्ध समाचार पत्र दैनिक ‘सबेरा-संकेत’ एवं दैनिक ‘दावा’ का भ्रमण किया तथा साहित्य एवं पत्रकारिता के महत्व एवं उपयोगिता को समझने का प्रयास किया। दिग्विजय महाविद्यालय के बक्शी सभागार में स्थानीय साहित्यकार गणेश शंकर शर्मा एवं कथाकार कुबेर सिंह साहू, विभागाध्यक्ष डॉ शंकर मुनिराय ने उन्होंने संवाद किया। इन साहित्यकारों ने उन्हें डॉ पदुमलाल पुन्नालाल बक्सी, गजानंद माधव मुक्तिबोध डॉ बल्देवप्रसाद मिश्र एवं बाद की पीढ़ी के महत्वपूर्ण कवि साहित्यकार डॉ नन्दूलाल चोटिया, शरद कोठारी एवं रमेश याज्ञिक के संबंध में जानकारी दी।
प्राचार्य डॉ बेबी नंदा मेश्राम ने भ्रमण दल से कहा कि ऐसी यात्रा से विद्यार्थियों को शोध तथा अनुसंधान कार्य में मदद मिलेगी एवं परस्पर विचारों का आदान-प्रदान होगा। उन्होंने शैक्षणिक भ्रमण में सम्मिलित विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी। पत्रकारिता प्रशिक्षण के दौरान संपादक द्वय सुशील कोठारी एवं सूरज बुद्धदेव के साथ वीरेन्द्र बहादुर सिंह, ईश्वर साहू एवं आत्माराम कोशा ने समाचार पत्र के प्रकाशन, संपादन, प्रिंटिंग संबंधी विस्तार से जानकारी दी।
इसके बाद यात्रा दल ओड़ार बाँध के लिए रवाना हुआ। ओड़ार बाँध (टप्पा) राजनांदगाँव जिले में स्थित है जो ‘‘दशमत कैना’’ की लोक गाथा से सम्बद्ध है। विद्यार्थियों ने ओड़ार बाँध के साथ दशमत कैना’ मंदिर एवं आस-पास के परिवेश तथा प्राकृतिक स्थल का अवलोकन किया। स्थानीय निवासी नेकराम देखमुख (टोलागांव), गोवर्धन मंडावी (मलई डबरी), कृष्णा ढीमर (टप्पा) ने दशमत कैना, की गाथा के संबंध में जानकारी दी।
शैक्षणिक भ्रमण का मार्गदर्शन तथा नेवृत्व – विभागध्यक्ष डॉ अभिनेष सुराना, डॉ बलजीत कौर, डॉ जयप्रकाश साव, प्रो. थानसिंह वर्मा एवं डॉ. रजनीश उमरे ने किया। इस यात्रा की अनुमति प्रदान करने हेतु महाविद्यालय के प्राचार्य, डॉ आर.एन. सिंह, प्राचार्य दिग्विजय महाविद्यालय, राजनांदगाँव, सबेरा संकेत एवं दावा के संपादक सुशील कोठारी एवं दीपक बुद्धदेव के प्रति सहयोग तथा मार्गदर्शन के लिए विभाग की ओर से आभार व्यक्त किया गया।