दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग के भौतिकी विभाग एवं आइक्यूएसी के संयुक्त प्रयासों द्वारा एमएससी प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों से ऑनलाइन माध्यम से वार्ता की गई, जिसका मुख्य उद्देश्य एक सामान्य मंच बनाना था जहां प्राध्यापक एवं अभिभावकों द्वारा विद्यार्थियों के शैक्षिक अनुभवों को समृद्ध रखने एवं सर्वांगीण विकास के बारे में चर्चा करना था। बैठक का आयोजन विभागाध्यक्ष डॉ पूर्णा बोस एवं आइक्यूएसी कोऑर्डिनेटर डॉ जगजीत कौर सलूजा के मार्गदर्शन में किया गया। डॉ बोस ने पिछले 6 महीने में महाविद्यालय में हुए शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हुए कहा अभिभावक विद्यार्थियों को नैतिक मूल्यों के साथ-साथ ऐसे संस्कार दे जिससे विद्यार्थी अनुशासित होकर महाविद्यालय की शिक्षा ग्रहण कर सकें। इसके पश्चात विद्यार्थियों के प्रदर्शन के संबंध में प्राध्यापकों एवं अभिभावकों के बीच बहुत ही सौहार्दपूर्ण इंटरएक्टिव सेशन हुआ जिसमे डॉ बोस ने सभी परिजनों से बात की और उनसे राय भी माँगी गयी। अभिभावकों ने बताया महाविद्यालय द्वारा संचालित ऑनलाइन कक्षाओं का विद्यार्थी लाभ उठा पा रहे हैं, वही कुछ अभिभावकों का कहना था कि नेटवर्क की समस्या के कारण उनके पाल्य कक्षा का लाभ सुचारू रूप से नहीं ले पा रहे हैं। लगातार ऑनलाइन कक्षाओं होने से विद्यार्थियों का व्यवहार घर में बदल गया है उन्हें सिरदर्द एवं नेत्र संबंधित समस्याएं भी हो रही हैं। इसके पश्चात डॉ जगजीत कौर सलूजा ने विद्यार्थियों के सर्वपक्षीय विकास के लिए परिवार, महाविद्यालय एवं समाज की अहम भूमिका पर प्रकाष डाला तथा कहा कि परिवार एवं समाज को अपनी भूमिका का निर्वहन करना होगा। अभिभावकों ने महाविद्यालय की व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे हर तरह का सहयोग करेंगे जिससे उनके पाल्य को भविष्य में सफलता मिल सके।
अंत में प्राचार्य डॉ आर एन सिंह ने अपने उद्बोधन में अभिभावकों की सहभागिता एवं उनके पाल्यो के विकास के लिए महाविद्यालय के संपर्क में रहते हुए प्रत्येक गतिविधि में सकारात्मक सहयोग देने की बात कही और अपने सुझावों को भी महाविद्यालय के समक्ष प्रस्तुत करने को कहा। इस बैठक में डाॅ. पूर्णा बोस, डाॅ. जगजीत कौर सलूजा, डाॅ. आर.एस. सिंह, डाॅ. अनीता शुक्ला, डाॅ. सीतेष्वरी चन्द्राकर, डाॅ. अभिषेक मिश्रा, डाॅ. स्वागता बेरा, भूपेन्द्र दास, किरण पटले, एमएससी प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों के साथ-साथ उनके अभिभावक भी सम्मिलित हुए।