भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में विश्व बाल साहित्य दिवस का आयोजन किया गया। आयोजन का उद्देश्य बाल साहित्य के महत्व को रेखांकित करना था। बाल साहित्य में रोचकता के साथ नैतिक मूल्य का भी बोध होता है। बाल साहित्य के माध्यम से बचपन से ही बच्चों में देश प्रेम, नैतिक मूल्य एवं जिम्मेदार नागरिक के गुणों का विकास किया जा सकता है। प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा कि बाल पुस्तक और कामिक्स से सामान्य ज्ञान बढ़ने के साथ साथ कर्तव्य बोध एवं नैतिक मूल्यों का भी ज्ञान होता था।