भिलाई। कॉमर्स गुरू डॉ संतोष राय ने कहा है कि कोरोना का इलाज बताने वाले सोशल मीडिया उस्तादों ने एक भी मसाला नहीं छोड़ा है। इसके चक्कर में कोई काढ़ा पीकर घर से निकल रहा है तो कोई कपूर-जीरा सूंघता हुआ कोरोना फैला रहा है। ऐसे उस्तादों की पड़ताल कर यदि सरकार उनपर 10 हजार से 20 हजार रुपए का जुर्माना लगाती है तो स्थिति संभल सकती है।डॉ राय ने कहा कि सोशल मीडिया के उस्ताद दिन भर दर्जनों ग्रुप से जानकारी इकट्ठा करते हैं और फिर उसमें अपने ज्ञान की बघार लगा देते हैं। एक पोस्ट देखते हैं, छूट गया एक मसाला उसमें जोड़कर नया पोस्ट आगे बढ़ा देते हैं। एक-एक कर सभी मसाले अब कोरोना वार में शामिल हो गए हैं। इनमें कालीमिर्च, तुलसी, अदरक, हल्दी, दाल चीनी, लहसुन और उसका तेल, प्याज, सरसों का तेल, कपूर, तेज पत्ता, नारियल का तेल, नींबू, संतरा, हींग, किशमिश, बादाम, बबूल, अण्डा, गोबर, गोमूत्र, घी, दूध, दही सबसे कोरोना से बचाव और इलाज के दावे किये जा रहे हैं। इस अधकचरा ज्ञान के साथ एक निवेदन यह भी होता है कि इसे जल्दी से जल्दी सभी ग्रुप्स में शेयर करो ताकि लोगों की जान बचाई जा सके। यह बात और है कि सोशल मीडिया पर इस तरह का ज्ञान बघारने वाले भी सर्दी जुकाम होते ही बेड, आक्सीजन बेड, वेन्टीलेटर तलाशने निकल पड़ते हैं।
बेहतर होगा कि लोग संयम के साथ जीवन जीयें। नेगेटिव पाजीटिव के चक्कर में पड़ने से अच्छा है कि वे लक्षण आने पर सीधे अस्पताल पहुंचें। लक्षण मामूली हुए तो दवा से घर पर ही ठीक हो जाएंगे। गंभीर स्थिति होने पर अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ेगी। इस बीमारी से लड़ने के तीन ही तरीके कारगर हैं – मास्क लगाएं, बहुत जरूरी होने पर ही लोगों से मिलें और साबुन से अच्छी तरह हाथ धोते रहें।