दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के अंग्रेजी विभाग में स्थापित लैग्वेज लैब में वर्चुअल इंग्लिश कैफे का आरंभ किया गया है। लैंग्वेज लैब की प्रभारी एवं इग्लिश कैफे की अवधारणा की मुख्य संयोजक डॉ सोमाली गुप्ता ने बताया कि छत्तीसगढ़ अंचल के महाविद्यालयों में पहली बार किसी शासकीय महाविद्यालय में वर्चुअल इंग्लिश कैफे की शुरूवात की गई है। मुख्य रूप से विद्यार्थियों की अंग्रेजी भाषा की संप्रेषण क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से स्थापित इस इंग्लिश कैफे में लगभग 400 विद्यार्थी पंजीकृत हो चुके हैं। डॉ गुप्ता ने बताया की महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आरएन सिंह की प्रेरणा से स्थापित इस वर्चुअल इंग्लिश कैफे में विद्यार्थी स्वस्फूर्त होकर पंजीकरण करा रहे हैं। डॉ सोमाली गुप्ता के अनुसार वर्तमान में कोविड-19 महामारी के दौर में प्रत्येक विद्यार्थी एवं शिक्षक भयभीत व तनावग्रस्त हैं। उनके इसी मानसिक तनाव को दूर करने तथा वैचारिक मोड बदलने हेतु यह वर्चुअल इंग्लिश कैफे की नई अवधारणा पर कार्य किया गया है। डॉ गुप्ता के अनुसार इंग्लिश कैफे की यह सुविधा विद्यार्थियों को केवल कोविड-19 संक्रमण काल में ही नहीं बल्कि पूरे वर्ष भर मिलती रहेगी। अब तक पंजीकृत विद्यार्थियों ने अंग्रेजी भाषा में अपने विचारों का सम्प्रेषण तथा दूसरे वक्ताओं की अंग्रेजी में कही बातों को सुनकर उन्हें सही ढंग से समझना जैसी महत्वपूर्ण गतिविधियों में सक्रियता दिखाई है। इस इंग्लिश कैफे के अंतर्गत विद्यार्थियों को अंग्रेजी भाषा के शब्दों का सही उच्चारण ईमेल लिखने व भेजने की कला अपना बायोडाटा तैयार करना, अकादमिक रिपोर्टस तैयार करना तथा अंग्रेजी भाषा में निबंध लिखना जैसे कार्यो का प्रशिक्षण दिया जायेगा। डॉ सोमाली गुप्ता के अनुसार साइंस कालेज दुर्ग के अंग्रेजी विभाग के प्राध्यापक इस वर्चुअल इंग्लिश कैफे के संचालन में पूर्ण रूप से सहयोग कर रहे हैं।
डॉ गुप्ता के अनुसार प्रारंभिक चरण में विद्यार्थियों को अंग्रेजी भाषा की क्षमता के अनुसार उन्हें छोटे-छोटे समूहों में विभक्त किया जाता है। बाद में क्षमता में वृद्धि होने पर उन्हें बेसिक तथा एडवांस समूहों में बांटा जाता है। यह पूरी अवधारणा विद्यार्थियों की क्षमता एवं उसकी आवश्यकता को ध्यान में रखकर तैयार की गई है।