भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में हिंदी एवं अंग्रेजी विभाग के संयुक्त तत्वाधान में विश्व धरोहर या विरासत दिवस के अवसर पर” अतीत के झरोखे से“ नामक ऑनलाइन परियोजना कार्य का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ की ऐतिहासिक सांस्कृतिक एवं पुरातात्विक धरोहर के ऊपर वीडियो बनाकर प्रेषित करना है। किसी भी देश की पहचान, वहां की सभ्यता की जानकारी इन धरोहरों से ही पता चलती है। इन्हें देखने के लिए देश-विदेश से लाखों पर्यटक प्रत्येक वर्ष एक देश से दूसरे देश, एक राज्य से दूसरे राज्य जाते हैं। परियोजना कार्य में विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में मौजूद ऐतिहासिक, सांस्कृतिक या पुरातात्विक धरोहर पर आधारित एक वीडियो बनाना था। सत्र 2021 का थीम है -’जटिल अतीत विविध भविष्य’। जिन विषयों पर वीडियो बनाए जा सकते हैं-वह है छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक स्थल या स्मारक, लोक संस्कृति या कला,लोक खेल या पारंपरिक खेल, लोक व्यंजन, लोक साहित्यकार या कलाकार आदि। ऑनलाइन प्रतियोगिता के निर्णायकों द्वारा चयनित श्रेष्ठ प्रतिभागियों को महाविद्यालय द्वारा उचित माध्यम से प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। चयनित वीडियो को महाविद्यालय के फेसबुक यूट्यूब चैनल में अपलोड किया जाएगा। ऑनलाइन परियोजना संबंधी विस्तृत जानकारी डॉ. अर्चना झा विभागाध्यक्ष हिंदी के द्वारा जूम माध्यम से विद्यार्थियों को दी गई कार्यक्रम के इस आयोजन पर महाविद्यालय के निदेशक एवं प्राचार्य डॉ रक्षा सिंह ने कहा कि इस तरह का आयोजन निश्चित रूप से ना केवल छत्तीसगढ़ के छात्र-छात्राओं को बल्कि अन्य राज्य के विध्यार्थियों को भी छत्तीसगढ़ की वैभवशाली, पारंपरिक संस्कृति को जानने, समझने एवं पहचानने का अवसर प्रदान करेगा।
महाविद्यालय के अति निदेशक डॉ जे दुर्गा प्रसाद राव ने विभाग के इस तरह के आयोजन पर सराहना व्यक्त की और कहा कि निश्चित रूप से छात्र-छात्राओं को वीडियो बनाते समय नवीन तकनीकियों की जानकारी को सीखने का अवसर प्राप्त होगा। उक्त परियोजना कार्य हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ अर्चना झा एवं अंग्रेजी विभाग की डॉ नीता शर्मा के विशेष निर्देशन में संपन्न हो रहा है।