भिलाई। 76 साल की कस्तूरी साहू ने कोविड को अपने हौसले से मात दे दी है। चंदूलाल कोविड केयर सेन्टर कचांदुर में जब उन्हें भर्ती किया गया तब उनका आक्सीजन सैचुरेशन 85 फीसद था। सीटी स्कोर था 13/25। इस स्थिति को खतरनाक माना जाता है। उन्हें डायबिटीज और उच्च रक्तचाप की भी शिकायत थी। डाक्टरों ने तत्काल इलाज प्रारंभ किया और कस्तूरी को हौसला बनाए रखने को कहा। अंततः वे स्वस्थ होकर घर लौट गईं।कस्तूरी बाई साहू मूलतः बलोदा बाजार की निवासी है जो कि दुर्ग में अपने रिश्तेदार के पास रह रही हैं। 17 अप्रैल को उन्हें चंदूलाल कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया था। उनका ऑक्सीजन लेवल 85 से नीचे था। सीटी स्कोर 13 था। उसने कई दिनों से खाना भी नहीं खाया था। वह डायबिटीज एवं हाइपरटेंशन की पेशेंट भी है।
डॉ. इशांत साहू ने बताया कि जब कस्तूरी बाई साहू को कचांदूर लाया गया था तब उनकी स्थिति बहुत नाजुक थी। तुरंत भर्ती लेकर उपचार शुरू किया गया। उन्हें फ्लूड के माध्यम से दिन में चार बार भोजन और दवाई दी गई। एंटीवायरल थेरेपी की शुरुआत की गई। उपचार प्रारंभ करने के दिन से ही महिला के शरीर में चमत्कारिक प्रभाव नजर आया और वह केवल पांच दिनों में स्वस्थ होकर घर लौट गई।