भिलाई। एमजे कालेज द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के सहयोग से आयोजित अंतरमहाविद्यालयीन स्पर्धा में दुर्ग जिले के अनेक महाविद्यालयों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। बच्चों ने पृथ्वी के दर्द को उकेरती तस्वीरें बनाईं तथा भावपूर्ण कविता द्वारा धरती मां की तकलीफों को बयां किया। महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर के निर्देशन में आयोजित इस प्रतियोगिता में शिक्षा संकाय की प्रभारी डॉ श्वेता भाटिया, एनएसएस प्रभारी डॉ जेपी कन्नौजे तथा आईक्यूएसी प्रभारी अर्चना त्रिपाठी ने निर्णायक की भूमिका निभाई।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने कहा कि पृथ्वी दिवस पर घोषित इस प्रतियोगिता का उद्देश्य विद्यार्थियों को पर्यावरण से जोड़कर उन्हें प्रकृति संवेदनशील बनाना था। हम तभी तक पृथ्वी पर जीवित हैं जब तक इसका पर्यावरण संतुलित है।
कार्यक्रम प्रभारी डॉ कन्नौजे ने बताया कि प्रतियोगिता में प्रथम स्थान एमजे कालेज के मिथिलेश कुमार, द्वतीय पुरस्कार साई कालेज के विमल कुमार एवं तृतीय पुरस्कार एमजे कालेज की उर्मिला कुशवाहा ने हासिल किया है। सांत्वना पुरस्कार प्रियंका पैकरा को दिया जाएगा।