भिलाई। एमजे स्कूल न्यू आर्य नगर कोहका द्वारा आयोजित ऑनलाइन समर कैम्प के 9वें दिन नौनिहालों को टाई एंड डाई का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। आर्ट टीचर संदीप्ति झा ने फ्री हैण्ड आर्ट का प्रशिक्षण दिया। बच्चों ने अपने माता-पिता के सहयोग से इन गतिविधियों को अपने घर पर ही पूरा किया। रुमाल को रंगने के लिए टाई एंड डाई का उपयोग करने के बाद बच्चे बेहद खुश नजर आए। बच्चों को खेल खेल में नई तालीम देने की यह सोच स्कूल की डायरेक्टर तथा ईसीए की सदस्य डॉ श्रीलेखा विरुलकर की है जिसे स्कूल की प्रधान पाठिका मुनमुन चटर्जी अमली जामा पहना रही हैं।बच्चों ने इस तकनीक से रुमाल के साथ ही मास्क को भी खुशगवार रंगों से सजाया। इस पद्धति का उपयोग करते हुए अलग-अलग पैटर्न उकेरने का प्रशिक्षण प्रदान किया गया जो बच्चों के साथ ही उनके माता-पिता के लिए भी एक रुचिकर विषय था।
हाऊ मनी वर्क्स सेशन में सुनीता मजुमदार ने बच्चों की जिद पर अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि आधुनिक जीवन में हर काम पैसों से होता है। पेरेन्ट्स भी बच्चों को वक्त देने के बजाय उनपर पैसे खर्च करने को प्राथमिकता देते हैं। कभी कभी यह एक नई तरह की मुसीबत को जन्म देता है। बच्चा किसी भी वस्तु के लिए जिद करने लग जाता है। हमेशा उसकी जिद पूरी करना संभव नहीं होता। इसलिए बेहतर है कि बच्चों को इस बात का अहसास कराएं कि पैसा बहुत कठिनाई से कमाया जाता है और उसका उपयोग भी सोच-समझ कर ही करना चाहिए। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों द्वारा इसे स्पष्ट किया। उन्होंने अपने मुद्रा संग्रह का प्रदर्शन करते हुए बच्चों को भी इसके लिए प्रेरित किया।