दुर्ग। शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय, दुर्ग के माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा आयोजित जागरूकता सत्र में अपने व्याख्यान में सोमनी कोविड-19 केयर सेंटर के प्रभारी डॉ राहुल त्रिपाठी ने कहा कि बैक्टेरिया एवं वाइरस जनित रोगों के प्रति जागरूकता के साथ-साथ फंगस द्वारा होने वाली बिमारियों के प्रति भी सचेत रहने की आवश्यकता है। इस ऑनलाईन कार्यक्रम में स्नातक, स्नातकोत्तर, शोध विद्यार्थियों के साथ-साथ भूतपूर्व विद्यार्थी एवं उनके परिवार जनों के रूप में बड़ी संख्या में उपस्थित थे। डॉ त्रिपाठी ने फंगस के सामान्य एवं विशेष चारित्रिक गुणों, उनका वर्गीकरण एवं रोग के लक्षण, उपचार एवं रोकथाम के उपायों को विस्तार से समझाया। अपने प्रस्तुतिकरण में डॉ त्रिपाठी ने डर्मेटोफाइटोसिस, ओनाइकोमाइकोसिस, रिंगवर्म, ब्लास्टोमाइकोसिस, एस्परजिर्लोसिस एवं वर्तमान में चल रहे ब्लैक फंगस एवं व्हाइट फंगस से संबंधित जानकारी दी तथा शारीरिक स्वच्छता, इम्यूनिटी बढ़ाने एवं शर्करा नियंत्रण की विशेष सलाह दी।
कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों के प्रश्नों का समाधान किया गया। कार्यक्रम की संकल्पना विभागाध्यक्ष डॉ प्रज्ञा कुलकर्णी ने प्रस्तुत की एवं विभाग की प्राध्यापक रेखा गुप्ता, नीतू दास एवं अनामिका शर्मा के सहयोग से कार्यक्रम संपन्न हुआ।