इसाफ बैंक ने अपने खाताधारकों को प्रदान की राहत सामग्री
दुर्ग। अभी टला नहीं है कोरोना का खतरा, इसलिए शासन दिए गए गाइडलाइन्स का कड़ाई से पालन करें। स्वयं सुरक्षित रहें और दूसरों को भी सुरक्षित रहें। उक्त बातें हाइटेक सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल के इंटेंसिविस्ट एवं सर्जन डॉ अपूर्व वर्मा ने आज व्यक्त किये। वे इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक द्वारा अपने खाताधारकों के लिए आयोजित राहत सामग्री प्रदान कार्यक्रम को मुख्य अतिथि की आसंदी से संबोधित कर रहे थे।डॉ अपूर्व ने कहा कि लोगों ने इधर उधर की सुनकर अपने स्वास्थ्य को खतरे में डाल लिया है। ऐसा करके उन्होंने कोरोना से बचने की कोशिश में जानलेवा ब्लैक फंगस को आमंत्रण दे दिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के कई म्यूटेंट सामने आए हैं। ऐसा कोई भी म्यूटेंट भिलाई पहुंचा तो एक बार फिर कोरोना अपना विकराल रूप दिखा सकता है।
इससे पूर्व बैंक की मितु हेनरी ने कोरोना के फ्रंट लाइन वारियर अतिथि का परिचय देते हुए डाक्टरों के प्रति कृतज्ञता जाहिर की जिन्होंने अपने निजी जीवन को दांव पर लगाते हुए इस महामारी में 24-24 घंटा काम किया। उन्होंने बताया कि ईएसएएफ स्मॉल फाइनेंस बैंक द्वारा पूरे कोरोना काल में अपने खाताधारकों का ध्यान रखा। लॉकडाउन के बावजूद अपने ग्राहकों की सेवा करने तथा एटीएम में कैश डालने के लिए बैंक के अधिकारी लगातार सक्रिय रहे।
महिलाओं के उत्थान में लगातार तीन दशकों से काम कर रही समाजसेवी बी पोलम्मा ने कोरोना वारियर्स का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें सबसे बुरी तरह महिलाएं पिसी हैं। किसी तरह उन्होंने अपने परिवार को कोरोना तथा भूखे रहने से बचाया है। बैंक द्वारा ऐसे ग्राहकों की सहायता करना बेहद प्रेरणास्पद और दिल को छू जाने वाली बात है।
कार्यक्रम को स्थानीय शाखा के प्रबंधक रोमित अग्रवाल, नीलेश कुशवाहा, सिजुमोन कोशी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर हाइटेक अस्पताल से दीपक रंजन दास, इसाफ बैंक से गुलाब ठाकुर, दिलेश प्रधान, पाटमेश्वरी साहू, माया चन्द्राकर, आकाश नायक, इरफात अली, फुलेश पटेल, कुलेश्वर यदु सहित बड़ी संख्या में महिला स्व सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं उपस्थित थीं। बैंक की तरफ से सभी को राशन का सहयोग प्रदान किया गया।