भिलाई। हाइटेक सुपरस्पेशालिटी हॉस्पिटल के नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ प्रेमराज देबता ने ईएसएएफ स्मॉल फाइनेंस बैंक के कर्मचारियों को एक ऑनलाइन कार्यक्रम में हेल्थ टिप्स दिए। उन्होंने बताया कि कोविड-19 जिस तरह फेफड़ों को प्रभावित करता है ठीक उसी तरह किडनी को भी अपनी चपेट में ले सकता है। उन्होंने मौसमी बीमारियों से भी सतर्क रहने की हिदायत बैंक कर्मियों को दी।डॉ देबता ने बताया कि कोरोना वायरस शरीर में प्रवेश करने के बाद एस-2 रिसेप्टर्स से जुड़ता है। ये रिसेप्टर्स फेफड़े के अलावा दिल, किडनी और धमनियों की सतह पर भी होते हैं। कोविड के सामान्य केसों में इतना खतरा नहीं होता पर मॉडरेट से लेकर गंभीर मरीजों में यह किडनी को भी प्रभावित कर सकता है। कोरोना के गंभीर मरीजों में साइटोकाइन स्टॉर्म की वजह से किडनी सहित अन्य अंग भी प्रभावित हो सकते हैं। गंभीर मरीजों को दी जाने वाली कुछ दवाइयों का भी किडनी के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ता है। ऐसे मरीजों को डायलिसिस की भी जरूरत पड़ सकती है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा बुजुर्गों, डायबिटीज के रोगियों को कोविड होने पर यह खतरा और बढ़ जाता है। इम्यून सप्रेसेंट ड्रग्स पर चल रहे रोगियों में भी खतरा ज्यादा होता है।
किडनी को स्वस्थ रखने के टिप्स देते हुए उन्होंने बताया कि पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, सिगरेट और शराब से परहेज करना, डायबिटीज मरीजों को ब्लड शुगर पर नियंत्रण रखना, दवाइयों के अनावश्यक सेवन से बचना आदि शामिल हैं।
मौसमी बीमारियों के प्रति आगाह करते हुए उन्होंने कहा कि इस मौसम में वायरल, बैक्टीरियल तथा फंगस इंफेक्शन होने का खतरा होता है। प्रतिभागियों के प्रश्नों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि बारिश के दिनों में बासी भोजन, गीले-नम वस्त्र और नम बिस्तरों से दूर रहें। आसपास की स्वच्छता का ध्यान ऱखें और मच्छरों से बचने के उपाय करें। यदि बुखार हो तो पैरासिटामॉल का उपयोग कर सकते हैं। बुखार लंबा खिंचने से तत्काल डॉक्टर की सलाह लें और ब्लड टेस्ट कराएं।
ईएसएएफ स्मॉल फायनेंस बैंक की तरफ से मितु, अमित, विजय, सुशांत, रामेश्वर, सलमान आदि ने सवाल पूछे। ऑनलाइन आयोजित इस कार्यक्रम में पूरे छत्तीसगढ़ से बैंक के लगभग 60 कर्मचारी शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन हाइटेक के दीपक रंजन दास ने किया।