भिलाई। कोरोना काल में भाइयों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए “उड़ान एक मंजिल” की महिलाओं ने घर में रखी चीजों से सुंदर राखियां बनाईं। ये राखियां इको फ्रेंडली होने के साथ ही आयुर्वेद के गुणों से भी परिपूर्ण हैं। संस्था की अध्यक्ष अंजू साहू ने कहा कि जिस तरह बाहर के खाने से परहेज कर रहे हैं, ठीक उसी तरह बाजार से महंगी राखियां खरीदने से भी बच सकती हैं।संस्था ने ऑनलाइन महिलाओं को घर पर ही राखी बनाने के लिए प्रेरित किया तथा उन्हें प्रशिक्षण भी दिया। संस्था की बहनों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और इनाम भी जीता। इन राखियों में कपूर, लॉन्ग, काली मिर्च, सुपारी, कलौंजी, सोंफ, खसखस, हल्दी, कुमकुम के अलावा, धान, माचिस की तीलियां, राजमा, मटर, तेजपत्ता आदि का प्रयोग किया गया है। ये राखियां बाद में घरेलू उपयोग के साथ साथ पक्षियों के भी काम आ सकता है।
इस प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में दिव्या कलिहारी साहू समाज की जिला संयोजक और आर्ट एंड क्राफ्ट टीचर सरला ने अपना योगदान दिया। प्रतियोगिता में प्रथम ईशा मधुलियार, दितीय अन्नपूर्णा साहू, तृतीय पुरस्कार हेमा साहू को मिला। विशेष पुरस्कार दानेश्वरी साहू और जयंती को दिया गया। अरुणा जैन, माधुरी, शांति, ललिता, रेखा, सुशिला, प्रभा रानी, आदि ने अपना योगदान किया।