भिलाई। जब दस्त लगे हों तो बाबा क्या करेगा? दस्त किसी बाहरी ताकत या हवा के कारण नहीं लगते। यह पेट में संक्रमण से होता है। दस्त लगें तो मरीज को ओआरएस का घोल देना चाहिए ताकि डीहाइड्रेशन से उसकी हालत न बिगड़ जाए। दस्त नहीं रुकने पर डाक्टर को दिखाना चाहिए। यह बातें एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग की छात्राओं ने आज ओआरएस डे पर एक नाटक के माध्यम से कहीं। कार्यक्रम के आरंभ सहायक प्राध्यापक दिव्या दास ने बताया कि प्रति वर्ष उल्टी दस्त के कारण अनेक लोगों की मौत हो जाती है। इसका मुख्य कारण डीहाइड्रेशन तथा जागरूकता का अभाव होता है। इसलिए प्रत्येक 29 जुलाई को ओआरएस डे मनाया जाता है। इस दिन हम लोगों को ओरआरएस का घोल घर पर बनाने का प्रशिक्षण देते हैं। ओआरएस के पैकेट बाजार में और सरकारी अस्पतालों में भी उपलब्ध है। ओआरएस के घोल का उपयोग बनाने के बाद 4-6 घंटे तक किया जा सकता है।
कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के प्राचार्य डैनियल तमिल सेलवन के निर्देशन में किया गया। इस अवसर पर सीनियर छात्राओं ने एक नाटक खेला जिसमें उल्टी दस्त होने पर एक सास बाबा को बुला लाती है जो तंत्र मंत्र से रोगी को ठीक करने का प्रयास करता है। पर रोगी की हालत और बिगड़ जाती है। अंत में घर का मुखिया मरीज को अस्पताल ले जाने का फैसला करता है और उसकी जान बच जाती है।