भिलाई। एक संयुक्त राष्ट्रीय कार्यक्रम में आज एमजे कालेज एवं श्री शंकराचार्य महाविद्यालय ने सुर सम्राट मो. रफी का पुण्यस्मरण किया। कोविड लॉकडाउन के दौरान लोगों मानसिक अवसाद से बचाने सुगम संगीत की भूमिका को रेखांकित करने के लिए आयोजित श्रृंखला की यह दूसरी कड़ी थी। इसका आयोजन एमजे कालेज में किया गया। पहला कार्यक्रम पार्श्व गायक मुकेश की स्मृति में श्रीशंकराचार्य महाविद्यालय में आयोजित किया गया था। एमजे कालेज के प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के उद्देश्यों की जानकारी दी। इस अवसर पर शिशु रोग विशेषज्ञ एवं संगीत प्रेमी डॉ आशीष जैन का सम्मान डॉ रक्षा सिंह एवं डॉ श्रीलेखा विरुलकर ने शॉल व प्रशस्तिपत्र से किया। साथ ही छत्तीसगढ़ की उभरती हुई प्रतिभा पूर्वा श्रीवास्तव का भी सम्मान किया गया।
आरंभ में एमजे कालेज के सहायक प्राध्यापक दीपक रंजन दास द्वारा बनाए गए मो. रफी के रेखाचित्र पर माल्यार्पण किया गया। डॉ रक्षा सिंह, डॉ श्रीलेखा विरुलकर, डॉ आशीष जैन, डॉ लक्ष्मी वर्मा, महेश जायसवाल, छात्रा सपना ने रफी साहब के एकल गीत प्रस्तुत कर उन्हें स्वरांजिल दी। पूर्वा श्रीवास्तव, ममता एस राहुल, दीपक रंजन दास ने युगल गीत प्रस्तुत किये। कार्यक्रम का शुभारंभ मुम्बई से ऑनलाइन जुड़े ज्ञान चतुर्वेदी जी के भजन से हुआ। इसके अलावा आलोक बिल्लोरे, शिवानी शर्मा इंदौर, डॉ विशाल गीते ने इंदौर से ऑनलाइन कार्यक्रम में शिरकत की।