भिलाई। विश्व स्तन पान सप्ताह के अंतर्गत एमजे कालेज ऑफ नर्सिंग में आज गर्भवती तथा दूध पिला रही माताओं के पोषण पर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। छात्राओं ने इसमें भोजन की मात्रा तथा गुणवत्ता पर अपने विचार रखे तथा आवश्यक तत्वों से परिपूर्ण भोजन भी प्रस्तुत किया। नर्सिंग कालेज के न्यूट्रिशन लैब में आयोजित इस प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर एवं एमजे कालेज की आईक्यूएसी की प्रभारी अर्चना त्रिपाठी ने निभाई। डॉ श्रीलेखा ने इस अवसर पर कहा कि यदि हम एक स्वस्थ समाज एवं राष्ट्र का निर्माण करना चाहते हैं तो हमें स्त्री ही नहीं बल्कि बालिका के भोजन पर भी ध्यान देना होगा। शरीर का विकास आरंभिक वर्षों में ही होता है तथा इस अवधि में यदि पोषण का ध्यान नहीं रखा गया तो आगे चलकर सप्लीमेंट्स से भी ज्यादा कुछ होने की संभावना नहीं होती। उन्होंने छात्राओं द्वारा पेश की गई रेसिपी की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन भारतीय थालियों में पोषण के सभी तत्व मौजूद हैं।
प्रतियोगिता के परिणामों की घोषणा स्तनपान सप्ताह के अंतिम दिन 7 अगस्त को की जाएगी।