दुर्ग। विश्व स्तनपान सप्ताह के उपलक्ष्य में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय तथा इंडियन डायटेटिक एसोसियेशन के छत्तीसगढ़ चेप्टर द्वारा ऑनलाईन प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में देश के 12 राज्यों के लगभग सौ परामर्शकर्ताओं ने हिस्सा लिया। विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि नागपुर विश्वविद्यालय की भूतपूर्व प्रोफेसर, डॉ. सबीहा वली मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। अध्यक्षता कुलपति डॉ अरूणा पल्टा ने कीं।कार्यक्रम के आरंभ में डॉ प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, झारखण्ड, महाराष्ट्र, काश्मीर, कर्नाटक, उड़ीसा, पंश्चिम बंगाल एवं उत्तरप्रदेश जैसे राज्य शामिल हुए। प्राप्त प्रविष्टियों को प्रथम चक्र में निर्णयकों द्वारा मूल्यांकित कर द्वितीय चक्र हेतु श्रेष्ठ प्रतिभागियों को चयनित किया गया था। प्रतिभागियों द्वारा स्तनपान पर आधारित 05 मिनट के समयावधि के वीडियो बनाकर प्रतियोगिता हेतु प्रेषित किये गये थें। हिन्दी, अंग्रेजी तथा छत्तीसगढी भाषा में बने यह सभी वीडियो उच्च गुणवत्तायुक्त थें।
प्रथम पुरस्कार सत्य सांई संजीवनी अस्पताल, नया रायपुर की फरजाना खातुन तथा शासकीय डी.बी. गर्ल्स कॉलेज, रायपुर की श्रेया राठी को प्राप्त हुआ, द्वितीय पुरस्कार मुंबई, महाराष्ट्र की स्तनपान काउंसलर सुशीला सारंगधर एवं अपोलो हॉस्पिटल, बंगलुरू की अर्चना तिवारी को प्राप्त हुआ। तृतीय स्थान पर राची झारखण्ड की प्रीथा बोस रहीं। सांत्वना पुरूस्कार शासकीय डी.बी. गर्ल्स कॉलेज, रायपुर की हिमानी राव को प्रदान किया गया।
प्रोफेसर सबीहा वली ने स्तनपान के महत्व एवं वर्तमान एकल परिवार में स्तनपान की जानकारी का नववधुओं को अभाव का विस्तृत विवरण पावर प्वाइंट प्रस्तुतिकरण के माध्यम से प्रस्तुत किया। डॉ. वली ने सन् 2021 की संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा निर्धारित थीम का भी उल्लेख किया। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति, डॉ अरूणा पल्टा ने समस्त प्रतिभागियों द्वारा दी गई जानकारी तथा वीडियो प्रस्तुतिकरण की सराहना करते हुए कहा कि हम सभी का यह दायित्व है कि समाज में स्तनपान के महत्व तथा उसकी आवश्यकता से संबंधित जागरूकता उत्पन्न करें। कार्यक्रम का संचालन आईडीए की मॉडरेटर, डॉ रचना सक्सेना तथा धन्यवाद ज्ञापन आईडीए की संयोजक शिल्पी गोयल ने किया।