भिलाई। श्री शंकराचार्य महाविद्यालय में (आईपीआर) इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स और पेटेंट विषय पर नेशनल वेबिनार का आयोजन महाविद्यालय के बायोटेक्नोलॉजी विभाग, आईक्यूएसी एवं राजीव गाँधी नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी मैनेजमेंट, नागपुर के सहयोग से किया गया। वेबिनार की मुख्य वक्ता पूजा विशाल मौलिकर (एग्जामिनर ऑफ़ पेटेंट एंड डिजाईन), राजीव गाँधी नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी मैनेजमेंट, नागपुर थी। श्रीमती मौलिकर ने पेटेंट फाइलिंग, ट्रेडमार्क, पेटेंट डिजाइन, काॅपी राइट एवं जी.आई. विषय पर विस्तृत जानकारी दी। पेटेंट की वेबसाइट, पेटेंट फीलिंग, ड्राफ्टिंग पैटर्न, पेटेंट पब्लिकेशन, पेटेंट ग्रांट के लिए आवश्यक जानकारी के साथ-साथ फीस संरचना फॉर्म नंबर समय सीमा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। आपने पेटेंट से जुडी जानकारियो को बारीकियो एवं विस्तार सेे समझाया एवं उनके बारे में अवगत कराया।
बाह्य प्रतिभागी के रूप में मुख्य रुप से महेंद्र कुमार पंचारिया जैन कॉलेज बीकानेर राजस्थान, डॉ मृत्युंजय प्रसाद मगध यूनिवर्सिटी बोधगया बिहार, रवि कुमार गौतम लॉ डिपार्टमेंट बीएचयू वाराणसी, विकास पुणे, धु्रव खेरा (एच आई एल एस पी) न्यू दिल्ली, एस.एस. सौम्या तिरूअनंतपुरम यूनिवर्सिटी, इसके अतिरिक्त अनेक राज्यों के प्रतिभागियों के अतिरिक्त छत्तीसगढ़ से अजय श्रीवास् लाइब्रेरियन शास. महाविद्यालय महासमुन्द, डॉ मधु मानिकपुरी पं रविषंकर शुक्ल विश्वविद्यालय एवं अनेक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
महाविद्यालय के एम. ओ. यू पार्टनर शास. दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव, शास. डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर पी.जी. कॉलेज डोंगरगांव एवं नेहरू पी.जी महाविद्यालय ड़ोगरगढ़ के शिक्षणगण एवं अन्य महाविद्यालयों के 312 प्रतिभागियों ने अपनी भागीदारी दर्ज कराई।
महाविद्यालय की निदेशक/प्राचार्या डॉ. रक्षा सिंह ने पेटेंट की गुणवत्ता को बताते हुए इसकी रिचर्स में उपयोंगिता के बारे में बताया एवं शोधार्थियों को पेटेंट के लिए प्रोत्साहित किया।
महाविद्यालय के अतिरिक्त निदेशक डॉ जे. दुर्गा प्रसाद राव ने इस कार्यक्रम को बहुत उपयोगी बताया और अपने नए विचार एवं शोध कार्य को पेटेंट तक बढ़ाने की अपील की।
महाविद्यालय के आई.क्यू.ए.सी. कोर्डिनेटर डॉ राहुल मेने ने मुख्य अतिथि का परिचय दिया एवं नैक कोर्डिनेटर श्री संदीप जसवंत ने कार्यक्रम का संचालन किया।
महाविद्यालय के बायोटेक विभाग की विभागाध्याक्ष डॉ आकांक्षा जैन ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी शिक्षकगण एवं शोधार्थी अधिक से अधिक संख्या में आॅनलाइन माध्यम से जुडकर कार्यक्रम को सफल बनाने में भरपूर योगदान दिया।