भिलाई। शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर आज माँ शारदा सामर्थ्य चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा अलग अलग क्षेत्रों में बेहतर कार्य करने वाले शिक्षकों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर एमजे कालेज की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर सहित प्राध्यापकों को शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। सांसद विजय बघेल के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस समारोह में प्रसिद्ध शिक्षाविद एवं उद्योगपति विजय कुमार गुप्ता, सतीश झाम्ब, संस्कृत के प्रकाण्ड विद्वान एवं साहित्यकार डॉ महेश चन्द्र शर्मा सहित ट्रस्ट के सदस्यगण उपस्थित थे। सांसद श्री बघेल ने कहा कि शिक्षक के प्रति समाज का नजरिया तेजी से बदला है तथा इसका शिक्षा की गुणवत्ता एवं शिक्षक के सम्मान पर भी प्रभाव पड़ा है। गुरू से शिक्षक और फिर शिक्षक से शिक्षा कर्मी बनना इसकी मिसाल है। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण हों या श्रीराम सभी गुरु बिन अधूरे थे। गुरू को दोबारा उसके उच्च पद पर आसीन करना होगा।
शिक्षाविद विजय कुमार गुप्ता ने कहा कि भारत में शिक्षक का वेतन दुनिया में सबसे कम है। कोविड काल में शिक्षक ही सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। कुछ लोगों को जहां बिना वेतन के बैठा दिया गया वहीं अधिकांश के वेतन में जबरदस्त कटौती की गई। अच्छा हो कि शिक्षकों के प्रति हम अपने दायित्व को समझें और उन्हें सम्मान के रूप में कुछ सहयोग राशि प्रदान करें।
उद्योगपति श्री झाम्ब ने कहा कि शिक्षकों का सम्मान नहीं बल्कि आभार प्रकट करना चाहिए क्योंकि हम जो कुछ भी हैं, उन्हीं की बदौलत हैं।
इस अवसर पर अन्यान्य शिक्षकों के बीच एमजे कालेज के सहायक प्राध्यापक विकास सेजपाल, रजनी कुमारी, पीएम अवन्तिका, अलका साहू, काजोल दत्ता का शाल एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मान किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन माँ शारदा सामर्थ्य चैरिटेबल ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी डॉ संतोष राय ने किया। इस अवसर पर डॉ मिट्ठू, प्रवीण बाफना सहित ट्रस्ट के अन्य सदस्य भी मौजूद थे।