दुर्ग। राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस पर राज्यपाल अनुसुईया उइके ने सर्वश्रेष्ठ इकाइयों, सर्वश्रेष्ठ कार्यक्रम अधिकारी एवं सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवकों को पुरस्कृत किया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागृह, रायपुर में आयोजित समारोह में आठ विश्वविद्यालयों के बीच हुए सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की प्रस्तुति को सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति घोषित किया गया तथा राज्यपाल द्वारा चलमंजूषा प्रदान किया गया।हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के एनएसएस समन्वयक डॉ. आर. पी. अग्रवाल ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना के स्थापना दिवस के अवसर पर सर्वश्रेष्ठ कार्यक्रम अधिकारी के रूप में डॉ. नजमा बेगम मां बहादुर कलारिन महाविद्यालय गुरूर, स्वयंसेवक ज्योति, शास. चंदूलाल चंद्राकर कला एवं विज्ञान महाविद्यालय, पाटन एवं डोमेन्द्र, शास. शहीद कौशल यादव महाविद्यालय, गुन्डरदेही तथा स्वयंसेवक स्तर से अखिलेश साहू, जवाहर नवोदया विद्यालय, डोंगरगढ़ को राज्यपाल द्वारा नगद पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र दिया गया। पुरस्कार के रूप में कार्यक्रम अधिकारी को 11000 रू. नगद तथा स्वयंसेवकों को 10000 रू. नगद प्रदान किये गए।
विश्वविद्यालय द्वारा रासेयो की नियमित गतिविधियों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। राज्य स्तरीय स्थापना दिवस समारोह में जिला संगठक – डॉ. विनय शर्मा, डॉ. सुरेश कुमार पटेल, डॉ. लीना साहू एवं डॉ. के. एस. परिहार, कार्यक्रम अधिकारी एवं बड़ी संख्या में रासेयो स्वयंसेवकों ने सहभागिता की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थिति एनएसएस अधिकारियों एवं स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए महामहिम राज्यपाल ने कहा कि मुझे गर्व है कि मैं एन.एस.एस. की स्वयंसेवक रही हूं। इस संस्था में कार्य करने के कारण मुझमे समाज के लिए कार्य करने का जज्बा पैदा हुआ। एन.एस.एस. युवाओं में राष्ट्रीयता, समाजसेवा और संवेदनशीलता की भावना पैदा करता है। उन्हें ग्रामीण परिवेश में भेजकर यह बताया जाता है कि गांव में किस प्रकार की परिस्थितियां हैं, क्या समस्याएं हैं। इससे उनमें सेवा करने की भावना जागृत होती है।