भिलाई। एमजे कालेज के शिक्षा संकाय के फ्रेशर बच्चों के इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन सोमवार को किया गया। फ्रेशर स्टूडेंट्स को कोड ऑफ कंडक्ट के वितरण के साथ ही महाविद्यालय में संचालित गतिविधियों, विभिन्न क्लबों तथा ऐडऑन कोर्सेस के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही उन्हें आईक्यूएसी एवं नैक मूल्यांकन के विषय में जानकारी दी गई।
अपने आशीर्वचन में महाविद्यालय की निदेशक डॉ श्रीलेखा विरुलकर ने विद्यार्थियों से कहा कि शिक्षक बनना एक बड़ी जिम्मेदारी का काम है। शिक्षण का मतलब केवल एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक ज्ञान का हस्तांतरण नहीं है बल्कि ऐसे विद्यार्थी तैयार करना भी है जो मानवता, समाज और राष्ट्र के निर्माण में सहभागी बन सके। उन्होंने कहा कि शिक्षक को अपने आचरण द्वारा विद्यार्थियों में सदचरित्रता, अनुशासन, कर्तव्यनिष्ठा आदि के गुणों का विकास भी करना होगा।
प्राचार्य डॉ अनिल कुमार चौबे ने कहा कि शिक्षण तकनीकि का तेजी से उन्नयन हो रहा है। ऐसे में केवल विषय ज्ञान पर्याप्त नहीं है। हमें नवीन शिक्षा नीति की भावनाओं को समझकर उनका अनुसरण करना होगा। नवाचार के लिए सदैव तैयार रहना होगा तथा स्वयं भी इसमें योगदान करना होगा। सफल शिक्षक वही होगा जो अपने विद्यार्थियों में उन गुणों का संचार कर पाएगा जिसकी उनसे अपेक्षा की जाती है।
इस अवसर पर शिक्षा संकाय के सभी प्राध्यापकों ने विद्यार्थियों को अपना आशीर्वचन दिया। विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर वातावरण में उल्लास का संचार कर दिया। धन्यवाद ज्ञापन शिक्षा संकाय की प्राध्यापक ममता एस राहुल ने किया। इस अवसर पर रघुनंदन ने छिंदआर्ट से बना गुलदस्ता भेंटकर निदेशक एवं प्राचार्य की प्रशंसा बटोरी। ये गुलदस्ते बेहद आकर्षक थे।