भिलाई। केन्द्र सरकार के एक फैसले ने फार्मेसी ग्रेजुएट्स के लिए रोजगार के नए अवसर खोल दिए हैं। अब वे न केवल गांवों में चिकित्सकों की कमी को दूर करने में सरकार की मदद करेंगे बल्कि ‘हील बाई इंडिया’ योजना के तहत विदेशों में भी अपनी विशेषज्ञ सेवाएं दे सकेंगे। रूंगटा कालेज ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंस पहुंचे फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया के एजुकेश रेगुलेटरी कमिटी के चेयरमैन डॉ दीपेंद्र सिंह ने उक्त जानकारी साझा की।
डॉ दीपेंद्र सिंह ने बताया कि फार्मेसी प्रोफेशनल्स को अब फटाफट रोजगार मिलेगा। केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ फार्मेसी काउंसिल से राज्य के फार्मासिस्ट और अन्य फार्मा प्रोफेशनल्स का डाटा मांगा है। दरअसल, केंद्र सरकार मेडिकल की फील्ड में हमारे प्रोफेशनल को ग्लोबल एक्सपोजर देने जा रही है। जिसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय एक विशेष पोर्टल तैयार कर रहा है। इसका नाम ‘हील बाई इंडिया’ रखा गया है। इसमें राज्यवार सभी फार्मा प्रोफेशनल्स का विवरण होगा। फार्मा प्रोफेशनल्स का रिक्रूटमेंट कराने के लिए इस पोर्टल का उपयोग हो सकेगा। केंद्रीय स्तर पर कार्य शुरू हो चुका है।
डॉ. दीपेंद्र ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को अभी भी दवाइयों के उपयोग की सही जानकारी नहीं है। इस बात को ध्यान में रखते हुए फार्मासिस्ट जल्द ही डॉक्टर्स की कमी को पूरा करने में मदद करेंगे। गांवों में ड्रग इंफर्मेशन सेंटर जैसी व्यवस्था बनाने की तैयारी है। फार्मासिस्ट को कम आबादी वाले गांवों में सामान्य लक्षण वाले मरीजों को दवा प्रेस्क्राइब करने के लिए प्रशिक्षण और पात्रता दी जाएगी। वैक्सीनेशन करेंगे फार्मासिस्ट
प्रदेश में फार्मेसी प्रोफेशनल की जिम्मेदारियों में इजाफा करने की भी तैयारी है। अब उन्हें भी मेडिकल प्रैक्ट्सि के राइट मिलेंगे। फार्मा प्रोफेशनल टीकाकरण और तत्काल रिलीफ के शासकीय कैम्पेन में शामिल होंगे। गांवों में मेडिसीन सेंटर स्थापित कर ग्रामीणों में जागरूकता लाने की मुहिम बड़े पैमाने पर शुरू होगी।
इस कार्यक्रम में डॉ. दीपेंद्र ने प्रवेश परीक्षा जीपैट में सफल हुए रूंगटा आर-1 के छह होनहार छात्रों को सम्मानित भी किया। इस अवसर पर रूंगटा आर-1 ग्रुप के चेयरमैन संतोष रूंगटा, डायरेक्टर सोनल रूंगटा, डायरेक्टर फार्मेसी डॉ. डीके त्रिपाठी, डायरेक्टर आरएंडडी डॉ. एजाजद्दीन, प्राचार्य फार्मेसी डॉ. चंचलदीप कौर मौजूद रहे।