भिलाई। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में युवा प्रतिभा एवं कौशल की अभिव्यक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम प्रभारी स.प्रा. संयुक्ता पाढ़ी ने बताया हर व्यक्ति में कोई न कोई स्किल जरूर होता हैं हम अपने कौशल को कैसे रोजगार में बदल सकते है जिसमें हम इस संक्रमण के दौर में अपनी प्रतिभा को स्वरोजगार में बदल सके कौशल कोे सामने लाने का मौका देना कार्यक्रम का मुख्य उद्धेश्य है।
डॉ. सुनीता वर्मा, विभागाध्यक्ष हिन्दी ने बताया कि विद्यार्थियों की प्रतिभा बहुमुखी होती है कोई कम्प्यूटर में माहिर तो कोई गीतए संगीत, नृत्य में तो कोई मेहंदी बनाने में निपुण हर व्यक्ति अपनी प्रतिभा को स्वरोजगार में बदल सकता है। इस प्रकार कार्यक्रम से प्रतिभा की पहचान होती है।
महाविद्यालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.दीपक शर्मा ने बताया यह दिन युवाओं को तकनीकी व्यवसायिक शिक्षा, प्रशिक्षण संस्थान के बीच परस्पर संवाद का अवसर प्रदान करता है जिसमें आपसी तालमेल बढ़े व रोजगार के अवसर उपलब्ध हो।
प्राचार्य डॉ.हंसा शुक्ला ने बताया इस बार युवा कौशल की थीम भविष्य के लिय युवा कौशल को बदलना है जिस प्रकार व्यवसायिक संस्थाओं में रोजगार उपलब्ध है विद्यार्थियों को उसी प्रकार से ट्रेनिंग दी जानी चाहिये जिससे वे भविष्य की चुनौतियॉं लिये तैयार हो सकें।
कोमल तिवारी, अंकिता जैन ने बहुत सुदर नृत्य कर अपनी नृत्य प्रतिभा का परिचय दिया व उन्होंने बताया भविष्य में नृत्य का प्रशिक्षण को अपना रोजगार बनायेंगी। मेधा उइके ने भाषण दिया व बताया वह मोटिवेशन स्पिकर बनना चाहती है। उन्होंने ने बताया लोग क्या कहेंगे इसे हम सोचना छोड़ देगे तो अपनी उन्नति कर सकते है। बीए फाइनल के विद्यार्थी पृथ्वी सिंह राजपूत ने आरक्षण पर अपने विचार व्यक्त किए। खुशी साहू, नीरज यादव, भाग्यश्री ने बहुत संदर पोस्टर बनाये।
विजयी प्रतिभागियों में भाग्यश्री, अंजली शर्मा एवं मेधा उइके क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे। सांत्वना पुरस्कार कोमल एवं अंकिता को दिया गया।
निर्णायक के रूप में स.प्रा. मीना मिश्रा, डॉ.पूनम निुकुम्भ स.प्रा. उपस्थित हुए। कार्यक्रम में मंच संचालन पृथ्वी सिंह राजपूत ने एवं धन्यवाद ज्ञापन स.प्रा.संयुक्ता पाढ़ी विभागाध्यक्ष अंग्रेजी ने दिया।