दुर्ग। शासकीय डॉ वावा पाटणकर कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आज नवीन पाठ्यक्रम मूर्तिकला का शुभारंभ उच्च शिक्षा विभाग की आयुक्त श्रीमती शारदाव र्मा के मुख्य आतिथ्य एवं हेमचंद यादव विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ अरूणा पल्टा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। रोजगारोपयोगी स्नातक पाठ्यक्रम मूर्तिकला की पढ़ाई इस सत्र में महाविद्यालय में प्रारंभ होने जा रही है। प्रदेश में एक मात्र इसी महाविद्यालय में यह पाठ्यक्रम प्रारंभ हो रहा है। अपने संबोधन में श्रीमती शारदा वर्मा ने कहा कि संगीत, नृत्य और फाईन आर्ट के पाठ्यक्रम ज्ञान के साथ ही एक सुखद अनुभूति प्रदान करते हैं और वर्तमान स्थिति में ये कॅरियर का बेहतर माध्यम भी है।
कुलपति डॉ. अरूणा पल्टा ने कन्या महाविद्यालय में इस तरह के पाठ्यक्रम की अनिवार्यता बतलाते हुए कहा कि छात्राओं की रचनात्मकता और प्रतिभा को इस तरह के पाठ्यक्रम प्रोत्साहित करते है।महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ
सुशील चन्द्र तिवारी ने इन पाठ्यक्रमों में स्नातकोत्तर कक्षाओं की आवश्यकता पर जोर दिया।
आयुक्त ने महाविद्यालय के विभिन्न विभागों तथा ऑनेस्टि कॉर्नर का भी अवलोकन किया। नृत्य विभाग में छात्राओं ने विभिन्न प्रस्तुतियाँ दी। आयुक्त ने छात्राओं से चर्चा कर उनसे पाठ्यक्रम संबंधी जानकरियाँ ली। उच्च शिक्षा आयुक्त ने सभी शैक्षणिक स्टाफ की बैठक को भी संबोधित किया। उन्होंने महाविद्यालय की उल्लेखनीय उपलब्धियों की प्रशंसा की और आगे भी सभी को महाविद्यालय के सर्वांगीण विकास के लिये तत्पर रहने का आव्हान किया।
अतिथि द्वय ने महाविद्यालय परिसर में पौधे भी रोपे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. ऋचा ठाकुर ने किया तथा आभार प्रदर्शन डॉ डी.सी. अग्रवाल ने किया।